Bharat Ratna to Karpoori Thakur: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और महान समाजवादी नेता जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद सूबे की सियासत में हलचल तेज हो गई है। जननायक कर्पूरी ठाकुर की आज 100वीं जयंती है। ऐसे में राज्य की सभी सियासी पार्टियों के द्वारा अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं, केन्द्र की मोदी सरकार के द्वारा कर्पूरी ठाकुर को 'भारत रत्न' दिए जाने की घोषणा के बाद बिहार में हर्षोल्लास है। प्रधानमंत्री ने स्व. कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर से फोन पर बात की है और उन्हें पूरे परिवार के साथ पीएम हाउस आने का निमंत्रण दिया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा एक पोस्ट ने नई सियासी हलचल पैदा कर दी है। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की केन्द्र सरकार की घोषणा के बाद उन्होंने एक पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा किया था, लेकिन कुछ ही मिनटों में ये पोस्ट डिलीट कर दिया गया और इसके बाद एक नया पोस्ट शेयर किया गया, जिसे लेकर काफी चर्चा हो रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से किए गए दूसरे पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के प्रति आभार जताया गया है। नीतीश कुमार ने रात 9 बजकर 14 मिनट पर कर्पूरी ठाकुर को 'भारत रत्न' दिए जाने को लेकर पहला पोस्ट किया गया था, लेकिन उसे तुरंत डिलीट कर दिया गया। बाद में रात 10 बजकर 50 मिनट पर फिर से एक पोस्ट साझा किया गया।
अहम बात यह है कि दोनों पोस्ट की शुरुआत एक जैसी ही है। लेकिन पहले वाले पोस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी और केन्द्र सरकार का कहीं भी जिक्र नहीं था। लेकिन नीतीश कुमार का दूसरा पोस्ट जो 10 बजकर 50 मिनट पर शेयर किया गया, उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस कदम को सियासी पंडित काफी अहम मान रहे हैं। नीतीश कुमार के इस कदम को लेकर उनकी भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनका ये कदम भाजपा से नजदीकियों और ’इंडिया’ गठबंधन से बढ़ती दूरी का संकेत है।
इसे बिहार की सियासत में बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भाजपा से नजदीकियों की अटकलें लगाई जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 23 जनवरी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक से राजभवन पहुंचे थे और राज्यपाल से तकरीबन 40 मिनट तक बात की थी, जिसके बाद बिहार का सियासी माहौल अचानक से बदल गया था।
राज्यपाल से मुख्यमंत्री की मुलाकात को लेकर सियासी गलियारे में कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे। हालांकि जदयू और राजद ने इस मुलाकात को औपचारिक करार दिया था। लेकिन मंगलवार की शाम केन्द्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा कर बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया है।