हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोवैक्सिन टीका लेने के लगभग 15 दिन के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। विज ने पिछले महीने परीक्षण के तौर पर कोरोना वायरस के खिलाफ विकसित किए जा रहे स्वदेशी कोवैक्सिन का टीका लिया था।
स्वेच्छा से लगवाया था परीक्षण के तौर पर टीका
67 वर्षीय अंबाला छावनी से विधायक वरिष्ठ नेता अनिल विज ने कोरोना वायरस के टीके ‘कोवैक्सीन’ का परीक्षण टीका लगवाया था, जो भारत बायोटेक का उत्पाद है। वह परीक्षण के तौर पर टीका लगाने के लिए स्वेच्छा से आगे आए थे।
मंत्री ने खुद दी थी संक्रमण की जानकारी
अनिल विज ने खुद शनिवार को ट्वीट करके अपने संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए अपील की है कि हाल में उनके संपर्क में जो लोग आए हैं, वे जांच करा लें।
अनिल विज ने लिखा, ‘‘मैं कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया हूं और अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में भर्ती हूं। जो लोग भी मेरे संपर्क में आए हैं, उन्हें जांच कराने की सलाह दी जाती है।’’
भारत बायोटेक ने दी सफाई
वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने इस पर सफाई कहा, "कोवैक्सिन के क्लीनिकल ट्रायल दो डोज पर आधारित हैं। इसमें 28 दिन का समय लगता है। कोरोना वैक्सीन की प्रभावकारिता वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 14 दिनों के बाद दिखता है। वैक्सीन तभी ज्यादा असरदार होगी जब किसी व्यक्ति ने टीके की दोनों डोज ली हो।"
कुछ दिनों बाद दी जानी थी वैक्सीन की दूसरी डोज
अनिल विज को करीब 15 दिन पहले कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया गया था, जिसके 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जानी थी, लेकिन इससे पहले ही अनिल विज संक्रमण की चपेट में आ गए।