ठळक मुद्देविवाद खत्म करने के लिए बना 7 सदस्यों का पैनल, बारी-बारी से करेगा चारों जजों से मुलाकात।बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा, मैं निवेदन करता हूं इसे राजनैतिक मुद्दा न बनाए।4 सीनीयर मोस्ट जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।राहुल गांधी ने कहा था, जजों का इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल उठाना एक गंभीर मसला।
सुप्रीम कोर्ट जज विवाद अब बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। पहले खबरें थी कि विवाद जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। आज (13 जनवरी) हुई बार काउंसिल की बैठक के दौरान बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि हमने राहुल गांधी और राजनीतिक दलों को हमारी न्याय व्यवस्था पर विवाद करने का एक मौका दे दिया है। मैं सभी से निवेदन करता हूं कि वे इस मामले को राजनैतिक मुद्दा न बनाए।
बैठक के दौरान मनन कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री और कानून मंत्री ने कल (शुक्रवार, 12 जनवरी) ही कहा था कि यह न्यायपालिका का आंतरिक मामला है और सरकार इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी। हम सरकार की सराहना करते हैं।अपनी ओर से इस मसले को जल्द निबटाने के लिए बार काउंसिल ने 7 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी के सदस्य सभी जजों से बारी-बारी से मुलाकात कर इस विवाद को सुलझाने की कोशिश करेंगे। बता दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसेफ ने शुक्रवार (12 जनवरी) को एक प्रेस वार्ता कर देश के सर्वोच्च न्यायालय में "सब कुछ सही नहीं चलने" की बात कही थी। इस दौरान जस्टिस जे चेलमेश्वर ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में काम सही तरीके से नहीं चल रहा है।
इस सारे विवाद के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार शाम (12 जनवरी) एक प्रेस कांफ्रेस कर कहा था कि देश के इतिहास में ऐसी घटना पहली बार हुई है और जजों का इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल उठाना एक गंभीर मसला है। जजों ने जो सवाल उठाए हैं वो बेहद गंभीर है इसकी जांच होनी चाहिए।वहीं एटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने इस मामले को सोमवार तक सुलझाने की बात करते हुए कहा है "सोमवार को कानूनविद् और वकील सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच एकता देखेंगे। उम्मीद है कि लोगों के हित में इंस्टिट्यूशन का पूरा मामला सुलझा लिया जाएगा। जजों न्याय और शासन कला का अनुभव है। आशा है कि वो इस मसले को और बढ़ने नहीं देंगे।"