बार काउंसिल ने बागी जजों से मिलने के लिए बनाई 7 सदस्यीय कमेटी, आज हो सकती है मुलाकात
By कोमल बड़ोदेकर | Published: January 13, 2018 06:42 PM2018-01-13T18:42:46+5:302018-01-14T03:17:14+5:30
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि मैं सभी से निवेदन करता हूं कि वे इस मामले को राजनैतिक मुद्दा न बनाए।
सुप्रीम कोर्ट जज विवाद अब बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। पहले खबरें थी कि विवाद जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। आज (13 जनवरी) हुई बार काउंसिल की बैठक के दौरान बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि हमने राहुल गांधी और राजनीतिक दलों को हमारी न्याय व्यवस्था पर विवाद करने का एक मौका दे दिया है। मैं सभी से निवेदन करता हूं कि वे इस मामले को राजनैतिक मुद्दा न बनाए।
बैठक के दौरान मनन कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री और कानून मंत्री ने कल (शुक्रवार, 12 जनवरी) ही कहा था कि यह न्यायपालिका का आंतरिक मामला है और सरकार इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी। हम सरकार की सराहना करते हैं।
We've given an opportunity to Rahul Gandhi & political parties to talk about our judiciary, it's unfortunate. On behalf of Bar Council of India, I request him & other political parties to not politicise the matter: Manan Kumar Mishra, Chairman, Bar Council of India #SupremeCourtpic.twitter.com/WQVDpJyJ7I
— ANI (@ANI) January 13, 2018
अपनी ओर से इस मसले को जल्द निबटाने के लिए बार काउंसिल ने 7 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी के सदस्य सभी जजों से बारी-बारी से मुलाकात कर इस विवाद को सुलझाने की कोशिश करेंगे।
We have unanimously decided to form a 7-member delegation of the Council who will meet Hon. judges of the Supreme Court. We want that the matter be solved at the earliest: Manan Kumar Mishra, Chairman, Bar Council of India #SupremeCourtpic.twitter.com/tGU2DMDKi2
— ANI (@ANI) January 13, 2018
बता दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसेफ ने शुक्रवार (12 जनवरी) को एक प्रेस वार्ता कर देश के सर्वोच्च न्यायालय में "सब कुछ सही नहीं चलने" की बात कही थी। इस दौरान जस्टिस जे चेलमेश्वर ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में काम सही तरीके से नहीं चल रहा है।
इस सारे विवाद के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार शाम (12 जनवरी) एक प्रेस कांफ्रेस कर कहा था कि देश के इतिहास में ऐसी घटना पहली बार हुई है और जजों का इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल उठाना एक गंभीर मसला है। जजों ने जो सवाल उठाए हैं वो बेहद गंभीर है इसकी जांच होनी चाहिए।
Unprecedented.Points raised by the Hon judges need to be looked into carefully, even Justice Loya's death needs to be investigated properly: Rahul Gandhi #SupremeCourtpic.twitter.com/XTNEW8OUvi
— ANI (@ANI) January 12, 2018
वहीं एटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने इस मामले को सोमवार तक सुलझाने की बात करते हुए कहा है "सोमवार को कानूनविद् और वकील सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच एकता देखेंगे। उम्मीद है कि लोगों के हित में इंस्टिट्यूशन का पूरा मामला सुलझा लिया जाएगा। जजों न्याय और शासन कला का अनुभव है। आशा है कि वो इस मसले को और बढ़ने नहीं देंगे।"