बैंकों को कई बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने अनुमति पर किया जाएगा विचार

By भाषा | Published: December 7, 2019 05:39 AM2019-12-07T05:39:43+5:302019-12-07T05:39:43+5:30

उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में इरडा के चेयरमैन एस सी खुंटिया ने कहा, ‘‘हम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को एक से अधिक बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी देने की अनुमति देने पर विचार कर रहे हैं

Banks will be considered for permission to hold more than 10 percent stake in many insurance companies | बैंकों को कई बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने अनुमति पर किया जाएगा विचार

बैंकों को कई बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने अनुमति पर किया जाएगा विचार

Highlightsबीमा नियामक इरडा सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों विलय के साथ उन्हें एक से अधिक बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने की अनुमति देने पर विचार कर रहा है। सरकार ने अगस्त में 10 बैंकों के चार बैंकों में विलय को मंजूरी दी। 

बीमा नियामक इरडा सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों विलय के साथ उन्हें एक से अधिक बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने की अनुमति देने पर विचार कर रहा है। लेकिन यह प्रबंधन नियंत्रण की सीमा एक इकाई तक सीमित रहेगी।

उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में इरडा के चेयरमैन एस सी खुंटिया ने कहा, ‘‘हम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को एक से अधिक बीमा कंपनियों में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी देने की अनुमति देने पर विचार कर रहे हैं । लेकिन प्रबंधन स्तर पर निंयत्रण उनमें से केवल एक में होगा।’’ नियामक यह भी चाहता है कि ऐसे विभिन्न मालिकाना हक बीमा उद्योग के केवल एक खंड तक ही सीमित हो। वह जीवन बीमा या फिर साधारण बीमा में हो।

साथ ही नियम बैंक को एक ही खंड में एक से अधिक बीमा कंपनी को बढ़ावा देने की अनुमति नहीं दे। उल्लेखनीय है कि 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का चार बैंकों में विलय हुआ है। ये बीमा इकाइयों के प्रवर्तक भी हैं। उदाहरण के लिये पीएनबी, यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक, केनरा बैंक और ओबी जीवन बीमा अनुषंगियों का परिचालन कर रहे हैं। सरकार ने अगस्त में 10 बैंकों के चार बैंकों में विलय को मंजूरी दी। 

Web Title: Banks will be considered for permission to hold more than 10 percent stake in many insurance companies

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