मुंबई: फिल्म स्टार और भाजपा सांसद सनी देओल के खिलाफ 56 करोड़ रुपये की कर्ज वसूली को लेकर बैंक ऑफ बड़ौदा ने जिस नोटिस को जारी करके उनके जुहू स्थित बंगले के नीलामी प्रकिया को शुरू किया था, उसे अचानक तकनीति गड़बड़ी का हवाला देते हुए बैंक ने तत्काल प्रभाव से रोक दिया है।
यह बेहद दिलचस्प है कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने पंजाब के गुरदासपुर से भाजपा के सांसद सनी देयोल के खिलाफ 56 करोड़ रुपये का कर्ज वसूली के लिए उनके जुहू बंगले को नीलामी के सूचीबद्ध किया था, उसने अब उस ई-नीलामी नोटिस को वापस ले लिया है और वापसी के पीछे "तकनीकी कारणों" का हवाला दिया।
जबकि इससे पूर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में सिनेमाघरों में लगी गदर-2 के अभिनेता सनी देओल को लगभग 56 करोड़ रुपये के लोन और उसके ब्याज को न चुका पाने के कारण उनके मुंबई स्थित बंगले के ई-नीलामी प्रकिया शुरू कर दिया था।
बैंक ऑफ इंडिया ने अखबार में विज्ञापन देकर देओल के लोन संबंधी ब्योरे को व्यापक रूप से प्रसारित करते हुए कहा था कि बैंक के कर्जदार अजय सिंह देयोल उर्फ सनी देयोल पर बीते 26 दिसंबर से ब्याज और मूल सहित लगभग 55.99 करोड़ रुपये बकाया है, जिसको चुकाने में वो अब तक असफल रहे हैं। इस कारण बैंक अब वसूली प्रकिया के तहत उनके जुहू स्थित बंगले को ई-नीलामी करेगी।
बैंक ऑफ इंडिया ने अखबार में दिये विज्ञापन में अभिनेता सनी देओल का असली नाम, अजय सिंह देओल का इस्तेमाल किया है। बैंक ने 56 करोड़ के लोन के सिलसिले में सनी देओल को उधारकर्ता और गारंटर बताया है, वहीं अन्य गारंटर के तौर पर उनके पिता और अभिनेता धर्मेंद्र सिंह देओल और सनी साउंड्स प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है।