Bangladesh crisis: बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। अब पश्चिम बंगाल के पेटरापोल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर इलाज के लिए गंभीर मरीजों को भारत स्थानांतरित किया जा रहा है। ये सारे लोग पथराव, आगजनी, हिंसा का शिकार हुए हैं। सीमा पर जरूरी दस्तावेज की जांच के बाद इन गंभीर मरीजों को भारत में आने की अनुमति दी जा रही है।
इस बीच बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद, प्रधानमंत्री पद से उनके (शेख हसीना के) इस्तीफा देने और देश छोड़ने के एक दिन बाद मंगलवार को संसद भंग कर दी। बीएनपी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा कर दिया गया है। इसके अलावा, एक जुलाई से अगस्त के बीच गिरफ्तार किये गए लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और कई लोगों को पहले ही रिहा किया जा चुका है। संसद को भंग करने के राष्ट्रपति के कदम ने देश में नए सिरे से चुनाव कराये जाने का रास्ता साफ कर दिया है।
फिलहाल बांग्लादेश में अतरिम सरकार बनाने की तैयारी चल रही है। सामने आया है कि नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार होंगे। आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों में से एक नाहिद इस्लाम ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा कि प्रोफेसर यूनुस छात्र समुदाय के आह्वान पर देश को बचाने की खातिर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो गए हैं।
सेना द्वारा कानून व्यवस्था की स्थिति संभालने के बावजूद देश के कई हिस्सों में अराजकता का माहौल है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका की सड़कों पर इस समय उथल-पुथल देखी जा रही है। शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद उनकी पार्टी आवामी लीग के नेताओं के घर भीड़ के निशाने पर हैं। विरोध प्रदर्शन का असर बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा पर भी पड़ा है। । द ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से के खुलना जिले के नरैल निर्वाचन क्षेत्र में उपद्रवियों की एक बड़ी भीड़ ने बांग्लादेश के पूर्व तेज गेंदबाज और कप्तान मुर्तजा के घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।