लाइव न्यूज़ :

धर्म संसद में हेट स्पीच देने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी और न​रसिंहानंद की जमानत याचिका खारिज

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 21, 2022 16:39 IST

उत्तराखंड के हरिद्वार में बीते दिसंबर महीने में आयोजित हुई धर्म संसद में जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने कथिततौर पर धर्म विशेष के खिलाफ नफरत भरे भाषण दिये थे। जिसके कारण लोगों में काफी गुस्सा था।

Open in App
ठळक मुद्दे जितेंद्र नारायण त्यागी की जमानत याचिका को एडिशनल सेशन और डिस्ट्रिक्ट जज ने खारिज कीनरसिंहानंद की याचिका चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने नामंजूर कीधर्म संसद हेट स्पीच मामले में 10 से अधिक लोगों पर दर्ज है एफआईआर

उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में धर्म विशेष के खिलाफ नफरत की भाषा बोलने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की जमानत याचिकाएं कोर्ट ने खारिज कर दी है। दोनों आरोपियों की जमानत प्रार्थना को अलग-अलग अदालतों ने सुनवाई के बाद रद्द कीं।

जानकारी के मुताबिक वसीम रिजवी यानी जितेंद्र नारायण त्यागी की जमानत याचिका को एडिशनल सेशन और डिस्ट्रिक्ट जज ने खारिज की। वहीं रिजवी के गुरु और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर के मुख्य पुजारी नरसिंहानंद की याचिका चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने  ने नामंजूर की। 

दोनों आरोपियों की जमानत के मामलों को अदालतों ने वर्चुअल सुनवाई के जरिये सुना। मालूम हो कि बीते साल दिसंबर महीने में 17 से 19 तारीख के बीच हरिद्वार में एक धर्म संसद का आयोजन किया गया। जिसमें आरोप है कि वसीम रिजवी और नरसिंहानंद के साथ-साथ कई अन्य धर्माचार्यों ने कथिततौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ नफरत भरे हिंसत्मक भाषण दिया। इसी मामले में फिलहाल वसीम रिजवी उर्फ जितेंग्र नारायण त्यागी और यति नरसिंहानंद जेल में हैं।। 

मालूम हो कि जब धर्म संसद में इस तरह से धर्म विशेष को निशाना बनाने की बात सामने आयी तो देश के कई सम्मानित व्यक्तियों और सामाजिक संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र लिखकर सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई थी। मामले की गंभीरता दिखाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी उत्तराखंड सरकार को नोटिस जारी करके जवाब मांगा था।

वहीं उत्तराखंड पुलिस ने 13 जनवरी को वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को नफरत भरे भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। रिजवी पहले उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख रह चुके हैं। हेट स्पीच मामले में रुड़की के नारसन बॉर्डर से यह पहली गिरफ्तारी की गई।

उसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने नरसिंहानंद पर भी कड़ा एक्शन लिया और बीते 15 जनवरी को गिरफ्तार किया। जब उत्तराखंड पुलिस ने डासना मंदिर के महंत को पकड़ा तो उन्होंने मौके पर पुलिस अफसरों को धमकी की और कहा, "तुम सब मरोगे"। 

धर्म संसद में भड़काऊ भाषण के मामले में दर्ज हुई एफआईआर में 10 से अधिक लोगों के नाम शामिल हैं। जिसमें केवल दो लोग नरसिंहानंद और जितेंद्र त्यागी ही सलाखों के पीछे पहुंचे हैं। 

टॅग्स :उत्तराखण्डउत्तराखंड समाचारवसीम रिजवी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजलवायु परिवर्तन का शिकार होती महिलाएं 

क्राइम अलर्टDelhi Vasant Kunj Accident: जीवन की एकमात्र उम्मीद अब खत्म?, मर्सिडीज एसयूवी की चपेट में आकर जान गंवाने वाले रेस्तरां कर्मचारी रोहित के परिवार ने कहा- अब किसके सहारे...

भारतकन्दाड़ और इंद्रोलीः गांव वालों का ये फैसला वाकई कमाल का है...!

क्राइम अलर्टHaldwani Accident: तेज रफ्तार कार और बाइक में टक्कर, हवा में उछली सवारी; CCTV देख दहल जाएगा आपका दिल

भारतUttarakhand Foundation Day: पीएम मोदी ने उत्तराखंड को दी सौगात, 8,260 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया उद्घाटन

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई