नई दिल्ली:कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी उस वक्त विवादों में घिर गए जब उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ नेता धार्मिक यात्राओं और गौरवान्वित हिंदू होने की बात करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 22 करोड़ मुसलमानों में से एक या दो करोड़ मर भी जाएं तो कोई दिक्कत नहीं है। कुरैशी ने आरोप लगाया कि ऐसे लोगों का 'जय गंगा मैया' और 'जय नर्मदा मैया' जैसे नारे लगाना बेहद शर्म की बात है।
उन्होंने अपनी टिप्पणी पर खेद व्यक्त नहीं किया और पार्टी को उन्हें हटाने की चुनौती दी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कुरैशी ने कहा, "मुझे किसी का डर नहीं है। मुझे पार्टी से निकालो। आज नेहरू के उत्तराधिकारी और कांग्रेस के लोग धार्मिक जुलूस निकालते हैं, जय गंगा मैया कहते हैं और गर्व से कहते हैं कि हम हिंदू हैं। कांग्रेस कार्यालय में मूर्तियां स्थापित करते हैं, ये डूबने वाली बात है।"
देश में मुसलमानों के बारे में बोलते हुए, कुरैशी ने यह भी कहा कि कांग्रेस सहित देश के सभी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि समुदाय उनका गुलाम नहीं है। उन्होंने पूछा, "मुसलमानों को आपको वोट क्यों देना चाहिए? आप नौकरी नहीं देते। आप उन्हें पुलिस, सेना या नौसेना में न लें। तो फिर मुसलमान आपको वोट क्यों दें?"
अजीज कुरैशी इससे पहले उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मिजोरम के राज्यपाल रह चुके हैं। उन्हें 24 जनवरी 2020 को राज्य सरकार द्वारा मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। कुरैशी मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। 1984 के लोकसभा चुनाव में वह सतना से सांसद भी चुने गये।