लखनऊ, 24 अक्टूबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) महासचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खां पर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आंबेडकर महासभा के महासचिव अमरनाथ प्रजापति की तहरीर पर खां के खिलाफ मंगलवार को हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
प्रजापति ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि वर्ष 2016 में गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन के दौरान खां ने आंबेडकर और उनकी मूर्तियों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
उनके खिलाफ भारतीय दण्ड विधान की धारा 500 (मानहानि) तथा 505 (सार्वजनिक रूप से भड़काने) के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की गयी है।
इसके पूर्व, गत 17 अक्तूबर को भी खां के खिलाफ राज्यसभा सांसद अमर सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। सिंह ने खां पर अपनी बेटियों को तेजाब से जलाने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
आजम खां ने खुद को कहा बीजेपी की 'आइटम गर्ल'
अपने बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने बुधवार को कहा कि वह भाजपा की राजनीतिक ‘आइटम गर्ल’ हैं। उनके नाम पर उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा गया था और अब उनके नाम पर ही आगामी लोकसभा चुनाव भी लड़ा जाएगा।
मश्वराती काउंसिल (सलाहकार परिषद) की विशेष बैठक में शामिल होने आये खां ने संवाददाताओं से बातचीत में खुद को भाजपा की ‘आइटम गर्ल’ बताया और कहा ‘‘सारे चुनाव भाजपा मेरे नाम पर ही लड़ती रही है। पिछला विधानसभा चुनाव मेरे नाम पर लड़ा। अब लोकसभा चुनाव भी मेरे ही नाम पर लड़ेगी। मेरा तो यह हाल कर दिया है कि मुझे खुद नहीं पता कि मेरे ऊपर कितने मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं। मेरे नाम से कितने सम्मन और वारंट जारी कर दिए गए हैं, मैं तो बस उन्ही मुकदमों की पैरवी करता घूमता रहता हूँ।’’
उन्होंने कहा कि उनके पास कोई सम्पत्ति नहीं है। उनका सिर्फ एक बैंक खाता है जो विधान भवन में स्थित एसबीआई की शाखा में है। इसके सिवा अगर देश के किसी भी बैंक में उनका कोई खाता मिल जाये तो उनको कुतुबमीनार पर फांसी दे दी जाए।
खां ने बताया कि मश्वराती काउंसिल ने निर्णय लिया है कि फिरकापरस्त ताकतों को हराने के लिये दलितों, पिछड़ों और कमजोरों को एकजुट करना होगा, तभी इंकलाब आएगा। इसके लिए उन सभी मुद्दों से हटना होगा जिनको लेकर भाजपा देश मे आग लगाना चाहती है।
राम मंदिर मामले पर खां ने कहा कि उच्चतम न्यायालय देश की सर्वोच्च संस्था है। उसका आदेश सबसे ऊपर होना चाहिए।