चुनाव आयोग ने सीएम योगी आदित्यनाथ और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद अब एसपी नेता आजम खान और बीजेपी नेता मेनका गांधी पर सख्त कदम उठाया है। तीन दिन के बैन के बाद सपा नेता आजम खान ने शुक्रवार को मुराबाद में रैली की, लेकिन उनकी यह रैली विवादों के घेरे में आ गई।
इस रैली के बाद आजम खान की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। चुनाव आयोग ने उनकी मुरादाबाद रैली के भाषण की फुटेज मांगी है कि कहीं उन्होंने फिर से धर्म के आधार पर वोट तो नहीं मांगे। निर्वाचन अधिकारी ने उनके भाषण का वीडियो और ट्रांसक्रिप्ट आयोग को उपलब्ध कराई है।
इससे पहले जम खान को 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार से रोका गया था। जया प्रदा पर गलत तरीके की टिप्पणी करने पर आजम खान को चुनाव आयोग ने 72 घंटे के लिए प्रचार करने पर बैन कर दिया है। मंगलवार सुबह 10 बजे से आजम खान ना तो चुनावी रैली कर सकते हैं, ना कोई राजनीतिक बयान दे सकते हैं और ना ही कोई ट्वीट कर सकते हैं।
आजम खान के बोल
दरअसल आजम खान ने रामपुर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। आजम खान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि अधिकारियों से डरने की जरूरत नहीं है।