अयोध्या: जनवरी-2024 में खुलेगा भव्य राम मंदिर, बिना लोहे के छड़ों के हो रहा निर्माण, जानिए और क्या होगी खासियत
By विनीत कुमार | Published: October 26, 2022 07:51 AM2022-10-26T07:51:56+5:302022-10-26T07:51:56+5:30
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का काम तेजी से जारी है। यह मंदिर जनवरी-2024 में मकर संक्राति के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर निर्माण का 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
अयोध्या: विवाद के निपटारे के बाद अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर जनवरी-2024 में श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा। मकर संक्रांति के दिन गर्भगृह में राम लला की मूर्ति की स्थापना के बाद जनवरी 2024 में राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को कहा कि मंदिर भूकंप प्रतिरोधी और 1,000 से अधिक वर्षों तक बने रहने के लिए पर्याप्ततौर पर मजबूत होगा।
मंदिर में 392 खंभे और 12 दरवाजे
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार 392 खंभों और 12 दरवाजों वाले इस मंदिर का निर्माण बिना लोहे की छड़ों के किया जा रहा है। ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि पत्थरों को जोड़ने के लिए लोहे के बजाय तांबे के चिप्स (कॉपर चिप्स) का इस्तेमाल किया जा रहा है।
चंपत राय ने कहा कि मुख्य मंदिर का आयाम 350x250 फीट होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के सुझाव पर मंदिर के खुलने के बाद उसके आसपास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र में लोगों के आने-जाने के असर का आकलन करने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। मंदिर का निर्माण 1,800 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। राय ने कहा कि निर्माण का 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, 'हम काम की गति और गुणवत्ता से संतुष्ट हैं।'
राम लला पर पड़ेंगी सूर्य की पहली किरण
गर्भगृह में 160 जबकि पहली मंजिल में 82 स्तंभ होंगे। कुल मिलाकर, मंदिर में सागौन की लकड़ी से बने 12 प्रवेश द्वार होंगे जबकि एक मुख्य प्रवेश द्वार- 'सिंह द्वार' पहली मंजिल पर होगा। 2.7 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान से लाए गए ग्रेनाइट पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है। परियोजना प्रबंधक जगदीश अपाले ने कहा कि गर्भगृह का निर्माण इस तरह किया गया है कि राम नवमी पर सूर्य की किरणें राम लला की प्रतिमा पर पड़े।