Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के कपाट मंगलवार को आम जनता के लिए खुल गए। एक दिन पहले इस नवनिर्मित मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की 'प्राण-प्रतिष्ठा' की गयी थी। स्थानीय और अन्य राज्य के लोगों समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु सोमवार देर रात को ही मंदिर परिसर की ओर जाने वाले राम पथ पर मुख्य द्वार के समीप एकत्रित हो गए।
मंगलवार 23 जनवरी की सुबह रामलला के दर्शने के लिए भक्तों की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। दोपहर साढ़े तीन बजे तक कम से कम ढाई लाख भक्तों ने रामलला के दर्शन कर लिए थे। एएनआई के अनुसार करीब 2.5 लाख से 3 लाख श्रद्धालुओं ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए हैं और इतनी ही संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भक्तों को निरंतर दर्शन कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है।
राम मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों की आमद के साथ, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव, गृह, संजय प्रसाद और विशेष DG कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार भक्तों की व्यवस्थित आवाजाही की निगरानी के लिए मंदिर के 'गर्भ गृह' के अंदर मौजूद हैं।
अयोध्या धाम में कल राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। राम भक्तों की भारी संख्या राम जन्म भूमि के दर्शन के लिए पहुंच रही है। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजी कानून व्यवस्था प्रशान्त कुमार खुद गर्भ गृह में हैं। भीड़ को सुगम दर्शन के लिए पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। क्तों को कोई असुविधा न हो, इसके सारे प्रबंध किए जा रहे हैं।
बता दें कि भगवान राम के चित्र वाले झंडे लेकर और "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए, श्रद्धालु कड़कड़ाती ठंड में भव्य मंदिर के दरवाजे खुलने से पहले घंटों तक इंतजार करते रहे। आम जनता के लिए मंदिर के दरवाजे मंगलवार सुबह खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सोमवार को अयोध्या के मंदिर में रामलला की नयी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर को एक नए युग के आगमन का प्रतीक करार दिया और लोगों से मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1,000 वर्षों के मजबूत, भव्य और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया। मोदी ने 'गर्भगृह' में अनुष्ठान करने के बाद कहा था "22 जनवरी, 2024, केवल कैलेंडर में एक तारीख नहीं है, बल्कि एक नए युग के आगमन की शुरुआत है।''