Ayodhya Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में क्या बोले विपक्ष के नेता?
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 22, 2024 12:27 PM2024-01-22T12:27:26+5:302024-01-22T12:29:20+5:30
अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बीच विपक्ष के नेताओं ने भी प्राण प्रतिष्ठा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है
Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्राण प्रतिष्ठा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में होगी।
इस बीच विपक्ष के नेताओं ने भी प्राण प्रतिष्ठा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "...जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण-प्रतिष्ठा के बाद वो भगवान का रूप ले लेगी... जो रास्ता भगवान राम ने दिखाया, उससे वे मर्यादा पुरूषोत्तम राम कहे गए... उम्मीद है कि भगवान राम ने जिस राम राज्य की कल्पना की थी जिसमें गरीब दुखी ना रहे... हम सब उस रास्ते पर चलेंगे।"
#WATCH लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "...जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण-प्रतिष्ठा के बाद वो भगवान का रूप ले लेगी... जो रास्ता भगवान राम ने दिखाया, उससे वे मर्यादा पुरूषोत्तम राम कहे गए... उम्मीद है कि भगवान राम ने जिस राम राज्य की कल्पना की थी जिसमें गरीब दुखी ना रहे...… pic.twitter.com/F8R3fqMrol
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2024
राजद के नेता और लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने कहा, "राम तो सबके मन में हैं….अंधभक्त राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें क्योंकि राम के लोग कभी भेदभाव नहीं करते ….सबसे पहले महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार बंद होना चाहिए और ग़रीबी और भूख जैसे रावण को कैसे ख़त्म करे इस पर विचार होना चाहिए। राम को लाना है तो अपने बुरे विचारों को बाहर निकालिए और देश को प्रेम सद्भाव और खुशहाली के रास्ते पर लेके चलिए।"
राम तो सबके मन में हैं….अंधभक्त राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें क्योंकि राम के लोग कभी भेदभाव नहीं करते ….सबसे पहले महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार बंद होना चाहिए और ग़रीबी और भूख जैसे रावण को कैसे ख़त्म करे इस पर विचार होना चाहिए। राम को लाना है तो अपने बुरे… pic.twitter.com/FXrDyf0JO5
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 22, 2024
शिवसेना यूबीटी की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "आज हम सभी देशवासियों के लिए ऐतिहासिक क्षण है, आज सदियों के लंबे इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम अपने घर अयोध्या में विराजमान होने जा रहें हैं। ये हमारे धर्म, संस्कार और संस्कृति की जीत है। ये साधु संतों के सदियों के संघर्ष और इस देश की जनता के अटूट धैर्य “की कानून न्याय देगा” की जीत है। मनोकामना है की शीघ्र ही मैं सपरिवार अयोध्या धाम पहुंचकर प्रभु श्रीराम के दर्शन करूं। प्रभु श्रीराम सबके हैं और हम सभी इस राष्ट्र को उन्नत बनाने के लिए प्रभु श्रीराम के विचारों को आत्मसात करें। जय सिया राम !"
आज हम सभी देशवासियों के लिए ऐतिहासिक क्षण है, आज सदियों के लंबे इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम अपने घर अयोध्या में विराजमान होने जा रहें हैं।
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) January 22, 2024
ये हमारे धर्म, संस्कार और संस्कृति की जीत है। ये साधु संतों के सदियों के संघर्ष और इस देश की जनता के अटूट धैर्य “की कानून न्याय देगा” की… pic.twitter.com/iiI2c5WyQo
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भारतीय आध्यात्मिकता, धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धति, परंपरा के सभी विद्यालयों के आचार्य, 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तातवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों की कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी, जो श्री राम मंदिर परिसर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दर्शन हेतु पधारेंगे।