एटीएस को साइबर और धर्मांतरण मामलों के अभियुक्तों की सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली

By भाषा | Updated: July 5, 2021 21:24 IST2021-07-05T21:24:33+5:302021-07-05T21:24:33+5:30

ATS gets seven days police custody remand of accused in cyber and conversion cases | एटीएस को साइबर और धर्मांतरण मामलों के अभियुक्तों की सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली

एटीएस को साइबर और धर्मांतरण मामलों के अभियुक्तों की सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली

लखनऊ, पांच जुलाई उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्‍ता (एटीएस) की अर्जी पर अदालत ने साइबर अपराधी जुनवेई हान और धर्मांतरण मामलों के आरोपी सलाहुद्दीन जैनुद्दीन की सात दिन की पुलिस हिरासत स्वीकृत कर ली है।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार के मुताबिक अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पुलिस हिरासत छह जुलाई, मंगलवार से शुरू होगी।

एटीएस की ओर से जारी बयान के अनुसार जुनवेई हान साइबर और सिम की धोखाधड़ी के मामले में एटीएस थाना लखनऊ में मुख्य आरोपी है और लखनऊ अदालत के वारंट-बी के अनुपालन में जुनवेई हान को पश्चिम बंगाल से लाकर लखनऊ की एटीएस अदालत में पिछले दिनों प्रस्तुत किया गया था जिसे अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। उत्तर प्रदेश एटीएस ने जुनवेई की पुलिस कस्टडी रिमांड का अनुरोध किया था जिस पर अदालत ने सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की और यह हिरासत कल मंगलवार से शुरू होगी।

एटीएस सूत्रों के अनुसार भारत-बांग्लादेश सीमा पर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से 10 जून को गिरफ्तार किए गए जुनवेई हान (36) को उत्तर प्रदेश एटीएस शुक्रवार को बी-वारंट पर लखनऊ ले आयी। सूत्रों के अनुसार हान पर देश की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए एक देश के इशारे पर जासूसी करने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार वह गुरुग्राम में एक रिजॉर्ट चलाता है और उसके गिरोह में दर्जनों महिलाएं हैं, जो अपनी आईडी पर सिम कार्ड एक्टिवेट करवाती थीं। सूत्रों ने बताया कि इस एक्टिवेटेड सिम को हान दूसरे देश में भेजता था। सूत्रों के अनुसार लखनऊ में भी हान के खिलाफ धोखाधड़ी, साइबर क्राइम, प्री-एक्टिवेटेड सिम से आर्थिक अपराध करने के मामले दर्ज हैं।

एटीएस के जारी बयान के अनुसार अवैध धर्मान्तरण प्रकरण के सम्बन्ध में एटीएस ने 30 जून को गुजरात के अहमदाबाद से सलाहुद्दीन जैनुद्दीन को गिरफ्तार किया था जिसे वहां की अदालत के आदेश पर तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया और दो जुलाई को एटीएस की अदालत के समक्ष पेश किया गया।

अदालत ने सलाहुद्दीन जैनुद्दीन को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। उत्तर प्रदेश एटीएस ने सलाहुद्दीन जैनुद्दीन की पुलिस कस्टडी रिमांड का अनुरोध किया था जिस पर अदालत ने सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की और यह रिमांड कल मंगलवार से शुरू होगी। आरोप है कि मूक बधिर और जरूरतमंदों को आर्थिक मदद देकर धर्मांतरण कराने वाले गिरोह से सलाहुद्दीन जैनुद्दीन के गहरे ताल्लुक हैं और वह इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। इसके पहले एटीएस ने 20 जून को इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

प्रशांत कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों से संबंधित विवेचकों द्वारा पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर अपराध के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: ATS gets seven days police custody remand of accused in cyber and conversion cases

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे