Assembly Election 2023: पांच राज्यों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों के परिणाम में कांग्रेस के पिछड़ने के बाद उसे इंडिया गठबंधन की याद आने लगी। अब कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तैयारी की शुरुआत कर दी ही और इसके लिए इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है।
कांग्रेसअध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन की बैठक 6 दिसंबर को बुलाई है और इसके लिए वे खुद से इंडिया गठबंधन के विभिन्न दलों के नेताओं से फोन पर बात करके आमंत्रित कर रहे हैं। यह बैठक दिल्ली में बुलाई गई है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा और केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार को हराने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों को एकजुट होने का आह्वान किया था। उनकी पहल पर सबसे पहले विपक्षी दलों की बैठक पटना में हुई। उसके बाद बेंगलुरु और मुंबई में बैठक हुई। इसी में विपक्ष के गठबंधन का नाम इंडिया रखा गया।
इन बैठकों में कई तरह के दावे किये गए थे और विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन की सामूहिक चुनावी रैली करने की बात कही गई थी। पर बाद में कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव मे एकला चलो की नीति पर आगे बढ़ी। अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश में सीट मांगे जाने पर कमलनाथ नें बेतरतीब ढंग से बात की थी, जिसके बाद दोनों पार्टी के नेताओं के बीच बयानबाजी हुई थी।
इस बीच समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपने उम्मीदवार भी दिये थे। इंडिया गठबंधन की बैठक को लेकर नीतीश कुमार ने भी कई सार्वजनिक मंच से कांग्रेस पर तंज कसा था। हालांकि कांग्रेस आलाकमान को लग रहा था कि पांच राज्यों के चुनाव में उसे बेहतर सफलता मिलेगी तो वे लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में अपना दबदबा कायम कर सकेगी।
सहयोगी दलों से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर दबाव बना पायेगी। पर तीन राज्यों में मिली पराजय के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष ने इंडिया गठबंधन को याद किया है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि बदले माहौल में ऐसा लगता है कि इंडिया गठबंधन की बैठक में कांग्रेस अपनी शर्तों पर सीटों की दावेदारी नहीं कर पाएंगे क्योंकि गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दल कांग्रेस को ज्यादा भाव नहीं देगी।
वहीं इंडिया गठबंधन की पिछली बैठक में राहुल गांधी से ड्राइविंग सीट पर बैठने की बात करने वाले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी दो दिन पहले ही नीतीश कुमार के राष्ट्रीय नेता का रूप में मजबूत दावेदारी की बात कही है। अर्थात इंडिया गठबंधन की 6 दिसंबर की बैठक का माहौल बदला हुआ नजर आयेगा। अब देखना है कि लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को हराने के लिए बनाई गई इंडिया गठबंधन की बैठक में क्या होता है?