Assembly Election 2022: 14 मई को समाप्त हो रहा है यूपी विधानसभा का कार्यकाल, जानें उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब का हाल, यहां जानें आंकड़े
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 10, 2022 01:33 PM2022-01-10T13:33:06+5:302022-01-10T16:38:31+5:30
Assembly Election 2022: अगले दो महीनों में कुल 690 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जिसमें अधिकतम यूपी (403 सीटें) के बाद पंजाब (117), उत्तराखंड (70), मणिपुर (60) और गोवा (40) होंगे।
Assembly Election 2022: निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। उत्तर प्रदेश में सात चरण में वोट डाले जाएंगे। उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को वोट पड़ेंगे। मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई को पूरा हो रहा है, जबकि उत्तराखंड और पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च को समाप्त हो रहा है। गोवा विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च और मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च को समाप्त हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। पांचों राज्यों में मतदान संपन्न होने के बाद 10 मार्च को मतगणना होगी। आयोग की इस घोषणा के साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, पंजाब और गोवा में आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गयी।
आयोग ने राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों के स्टार प्रचारकों की सूची को भी 40 से घटाकर 30 कर दिया है। छोटे और गैर पंजीकृत दलों के लिए स्टार प्रचारकों की संख्या अब 20 की जगह 15 होगी। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण में 58 सीटों पर, 14 फरवरी को दूसरे चरण में 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा।
नए साल के शुरुआती महीनों में होने वाले इन विधानसभा चुनावों के दौरान सभी पांच राज्यों की कुल 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, जिसमें 18.34 करोड़ से अधिक लोग भागीदारी कर सकेंगे। इन 18.34 करोड़ मतदाताओं में से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 2,15,368 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। कुल 690 निर्वाचन क्षेत्रों में से 133 सीटें अनुसूचित जातियों और 23 अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं।
(इनपुट एजेंसी)