असम: बेटे की आत्महत्या के 9 साल बाद 82 वर्षीय मां को भारतीय घोषित किया गया

By विशाल कुमार | Published: May 12, 2022 08:15 AM2022-05-12T08:15:33+5:302022-05-12T08:17:21+5:30

सिलचर से करीब 20 किमी दूर हरितकर गांव निवासी अकोल को ट्रिब्यूनल ने पहले फरवरी, 2022 में तलब किया था और 2000 में पहली बार दर्ज एक मामले के आधार पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने 25 मार्च, 1971 के बाद अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था।

assam citizenship mother declared indian 9 years after son suicide foreigners tribunal | असम: बेटे की आत्महत्या के 9 साल बाद 82 वर्षीय मां को भारतीय घोषित किया गया

असम: बेटे की आत्महत्या के 9 साल बाद 82 वर्षीय मां को भारतीय घोषित किया गया

Highlights82 वर्षीय अकोल रानी नामसुद्र को तीन महीने पहले नागरिकता साबित करने का नोटिस मिला था।2012 में उनके बच्चों अंजलि और अर्जुन को ट्रिब्यूनल से अपनी नागरिकता साबित करने के लिए समन मिला था। परिवार का कहना है कि समन से परेशान अर्जुन ने अपनी जान ले ली थी।

गुवाहाटी:असम में अपनी नागरिकता साबित करने के लिए नौ साल पहले नोटिस मिलने के बाद एक शख्स ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। तीन महीने पहले उनकी मां को भी इसी तरह का नोटिस मिला था। हालांकि, बुधवार को उन्हें आखिरकार भारतीय घोषित कर दिया गया।

कछार जिले के सिलचर में फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल (एफटी) ने फैसला सुनाया कि 82 वर्षीय अकोल रानी नामसुद्र विदेशी नहीं थीं, क्योंकि उन्होंने मजबूत, विश्वसनीय और स्वीकार्य सबूत जोड़कर अपने मामले को सफलतापूर्वक साबित कर दिया था।

सिलचर से करीब 20 किमी दूर हरितकर गांव निवासी अकोल को ट्रिब्यूनल ने पहले फरवरी, 2022 में तलब किया था और 2000 में पहली बार दर्ज एक मामले के आधार पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने 25 मार्च, 1971 के बाद अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था।

हालांकि, 2012 में उनके बच्चों अंजलि और अर्जुन को ट्रिब्यूनल से अपनी नागरिकता साबित करने के लिए समन मिला था। परिवार का कहना है कि समन से परेशान अर्जुन ने अपनी जान ले ली थी। ट्रिब्यूनल ने 2015 में अंजलि को भारतीय घोषित कर दिया था।

2014 के लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कछार का दौरा किया और अपने भाषण में अर्जुन नमसुद्र के नाम का उल्लेख किया था। 

उन्होंने कहा था कि अर्जुन नमसुद्र मेरे भाई हैं और मैं उनकी मृत्यु से दुखी हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो किसी अर्जुन को डिटेंशन कैंप में नहीं धकेला जाएगा, किसी को डर में नहीं रहना पड़ेगा और न ही आत्महत्या करनी पड़ेगी।

Web Title: assam citizenship mother declared indian 9 years after son suicide foreigners tribunal

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे