जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उम्मीद जताई है कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस पार्टी सत्ताधारी भाजपा को करारी शिकस्त देते हुए बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को उदयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस अपने बल पर प्रचंड बहुमत हासिल करेगी और भाजपा सहित जेडीएस को परास्त करके सत्ता के शिखर पर बैठेगी।
सीएम गहलोत ने राज्य कांग्रेस में मचे झांझावात के बीच दावा किया कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक के बाद राजस्थान के चुनाव में भी जीत दर्ज करते हुए लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, "जब जनता में भावनाएं उठती हैं तो हमें सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता है। चाहे वह अमित शाह हों या नरेंद्र मोदी हों या फिर कोई और हो।"
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार द्वारा चलाए जा रहे महंगाई राहत शिविरों का राजस्थान की जनता ने स्वागत किया है। गहलोत ने कहा कि सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी सरकारी योजना का लाभ प्रत्येक लाभार्थी परिवार तक पहुंचे।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को उदयपुर और भीलवाड़ा जिलों में राहत शिविरों का दौरा करने वाले हैं। इससे पहले गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उदयपुर आगमन पर अगवानी की। उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे। राहुल गांधी सिरोही जिले के माउंट आबू में कांग्रेस के सर्वोदय संगम शिविर में भाग लेने के लिए राजस्थान पहुंचे हैं।
मालूम हो कि राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन इस बीच सूबे की सियासत काफी तेजी से बदल रही है। दरअसल ये सारे बदलाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा रविवार 7 मई को दिये उस बयान के बाद शुरू हुआ। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वसुंधरा राजे और दो अन्य भाजपा नेताओं ने उनकी पार्टी के विधायकों द्वारा 2020 के विद्रोह के दौरान उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी।
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने बयान से कांग्रेस के तत्कालीन बागी नेता सचिन पायलट और उनके खेमे के कांग्रेसी विधायकों पर भी निशाना साधा था। गहलोत ने कहा था कि जिन्होंने भी गहलोत सरकार गिराने के लिए भाजपा से पैसे लिए थे, वो उन्हें पैसे वापस कर दें ताकि वे बिना किसी दबाव के अपना कर्तव्य निभा सकें।
धौलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को तीन भाजपा नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल और विधायक शोभरानी कुशवाह के समर्थन के कारण बचाया जा सका।