नई दिल्ली: दिल्ली की शराब नीति घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने के एक दिन बाद दिल्ली के अरविंद केजरीवाल ने शनिवार, 15 अप्रैल को राज्यपाल आरएन रवि के साथ राज्य सरकार के टकराव को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को समर्थन का पत्र लिखा। एमके स्टालिन को लिखे गए समर्थन पत्र में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि 'भारत में लोकतंत्र हर दिन आघात झेल रहा है।'
दिल्ली आबकारी नीति मामले में केजरीवाल से सीबीआई रविवार, 16 अप्रैल को पूछताछ करेगी। उससे एक दिन पहले ये पत्र लिखा गया है। बता दें कि कुछ शराब कंपनियों को लाभ देने के लिए आप को घूस मिलने के आरोपों के बाद आबकारी नीति को रद्द कर दिया गया था। इस मामले में दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले ही सीबीआई और ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं और फिलहाल जेल में हैं।
केजरीवाल ने पत्र में लिखा, "तथ्य यह है कि गैर-बीजेपी शासित सरकारों के राज्यपाल/उपराज्यपाल विधानसभाओं द्वारा पारित विधेयकों या दिल्ली सरकार द्वारा भेजी गई फाइलों को अनिश्चित काल के लिए रोके हुए हैं, ये न केवल हमारी संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन है, बल्कि जनता के मत का भी अनादर है। जनादेश किसी भी लोकतंत्र में सर्वोच्च है।"
केजरीवाल द्वारा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को ये पत्र उस समय लिखा गया है जब बिजली सब्सिडी को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच गतिरोध देखने को मिल रहा है। स्टालिन को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा है कि उपराज्यपाल ने नियमित रूप से दिल्ली के विधानमंडल के लोकतांत्रिक जनादेश के साथ हस्तक्षेप किया है। दिल्ली में हम जिस स्थिति का सामना कर रहे हैं वह और भी बदतर है।
बता दें कि लोकसभा से राहुल गांधी की अयोग्यता के बाद केजरीवाल को सीबीआई का समन से विपक्षी एकता को एक बार फिर बल मिला है। इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केजरीवाल एक सम्मानित व्यक्ति हैं और सभी जानते हैं कि उनके साथ क्या किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी शुक्रवार को केजरीवाल से बात की। वहीं अरविंद केजरीवाल का बचाव करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक आधुनिक समय के महात्मा गांधी हैं, जिनकी बेदाग ईमानदारी है।