कश्मीर को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने फिर मारी पलटी, कहा- मध्यस्थता करना चाहता हूं, मेरा ऑफर अब भी भारत-पाक के पास
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: September 10, 2019 08:32 AM2019-09-10T08:32:33+5:302019-09-10T08:46:53+5:30
कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अकुलाहट एक बार फिर बढ़ गई है और उन्होंने कहा है कि भारत-पाकिस्तान अगर चाहें तो मध्यस्थता का ऑफर अब भी उनके पास है।
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा संसोधित किए जाने के बाद अमेरिका ने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की पेशकश की थी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समझाए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला स्वीकार कर लिया था लेकिर अब एक बार फिर उनकी अकुलाहट कश्मीर को लेकर बढ़ गई है।
सोमवार (9 सितंबर) को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की इच्छा जताई। पिछली दफा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए पूछा है। इस पर संसद में हंगामा कटा था और भारत सरकार ने उन्हें दो टूक कहा था कि पीएम मोदी ने ऐसी कोई बात नहीं की और इस मामले पर किसी तीसरे देश के दखल की जरूरत ही नहीं है।
बीते 26 अगस्त को फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान बिआरित्ज में पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई थी और उस वक्त भी ऐसी खबर आई थी कि पीएम मोदी ने ट्रंप के बगल में बैठकर उनकी मध्यस्थता के लिए इनकार कर दिया और अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस पर सहमति भी जताई।
तब ट्रंप ने यह स्वीकार किया था कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है लेकिन ताजा बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर पलटी मारी है और कहा है कि भारत और पाकिस्तान चाहें तो अमेरिकी मध्यस्थता का ऑफर अब भी उनके पास है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध दो हफ्ते पहले के मुकाबले कम तनावपूर्ण हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर दक्षिण एशिया के दो पड़ोसी चाहें तो वह कश्मीर मुद्दा सुलझाने के लिए मदद कर सकते हैं।