पटनाः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के जगदीशपुर में 'बाबू वीर कुंवर सिंह विजय उत्सव' कार्यक्रम में हिस्सा लिया. अमित शाह ने कहा कि आज हम सब बाबू कुंवर सिंह जी को श्रद्धांजलि देने आए हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75वें साल में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाने का निर्णय लिया.
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इतिहास में बाबू कुंवर सिंह के साथ अन्याय किया और उनकी वीरता और योग्यता के अनुरूप में इतिहासकारों ने इतिहास में उनको स्थान नहीं दिया, लेकिन आज बिहार की जनता ने बाबू जी को श्रद्धांजलि देकर वीर कुंवर सिंह का नाम इतिहास में फिर से अमर करने का काम किया है.
सन् 1857 की क्रांति के दौरान 80 साल की उम्र में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर देने वाले वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह के दौरान गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में 77900 तिरंगा एक साथ लहराया गया. इसके साथ ही भोजपुर में पाकिस्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड टूट गया.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है. इसको लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम आई थी. इससे पहले ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम था. पाकिस्तान में एक साथ 57 हजार ध्वज लहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड था. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने बाबू कुंवर सिंह की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया.
उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद गृहमंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया विजयोत्सव समारोह के दौरान गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा लोगों से आह्वान किया कि भारत माता की ऐसी जयकार करिए कि गूंज कश्मीर से कन्याकुमारी तक जाए. इस दौरान उन्होंने मंच से कई बार भारत माता की जय का उद्घोष किया.
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए जब हमसे समय लिया तब मेरे मन में यह कल्पना नहीं थी. हेलिकॉप्टर तक नजारा देख कर आया हूं, पांच किलोमीटर तक तिरंगे ही तिरंगे दिखाई पड़ रहे हैं. हमारे जान से प्यारा तिंरगा लेकर तीन लाख लोग यहां हैं, उससे अधिक सड़कों पर भारत माता की जयकारा कर रहे हैं.
इतिहास ने तो वीर कुंवर सिंह का अपमान किया, लेकिन बिहार की जनता ने आज बाबू जी को श्रद्धांजलि देकर उनका सम्मान बढ़ाया है. हम 13 साल से सार्वजनिक जीवन में हैं, आज 58 साल के हो गये. आज यह तस्वीर देख हम कह सकते हैं कि ऐसा हमें कभी नहीं दिखा. अमित शाह ने इस मौके पर ऐलान किया कि बिहार के जगदीशपुर में बाबू कुंवर सिंह का स्मारक बनेगा.
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने राजद के शासनकाल पर भी हमला किया. उन्होंने जनता से पूछा कि आपको याद नहीं क्या कि राजद के दौर में बिहार में क्या होता था? बिहार के लोग जंगलराज को नहीं भूल सकते. उन्होंने कहा कि आज के युवाओं तक उनकी वीरगाथा पहुंचनी चाहिए. गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे सामने तीन लक्ष्य रखे हैं.
स्वतंत्रता संग्राम के योद्धाओं की जीवनी को जीवंत करना है. 75 सालों में देश ने जो हासिल किया है उसे संजोना है. भारत सभी क्षेत्रों में नंबर वन होना चाहिए, यही बाबू कुंअर सिंह की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. भारत सरकार बाबू कुंवर सिंह के जगदीशपुर किला पर स्मारक बनायेगी. अमित शाह ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह बडे़ समाज सुधारक भी थे.
पिछडे-दलितों को कल्याण के काम किये थे. उसी तरह हमारे प्रधानमंत्री दलितों-पिछड़ों के लिए काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी अगर 130 करोड़ लोगों को मुफ्त टीकाकरण नहीं कराते तो न जाने कितने लोगों की कोरोना से जान चली जाती. मुफ्त टीका लगाकर सुरक्षा का सुदर्शन चक्र लगाने का काम किया है.
अमित शाह ने कहा कि हम जब 7-8 साल के बच्चे थे तो गुरुजी ने हमें बाबू कुंवर सिंह के बारे में पढ़ाया था, तब रोंगटे खडे़ हो गये थे. आज जब हम यहां आये तो हमने देखा कि लाखो लोग हाथ में तिंरगा लेकर उनको श्रद्धांजलि देने पहुंचे. अमित शाह ने जगदीशपुर की धरती को युगपुरुषों की धरती बताया.
उन्हें पगडी पहनाकर सम्मानित करने के बाद तलवार भेंट किया गया. तब गृहमंत्री ने तलवार लहरा कर लोगों का अभिनंदन किया. इस दौरान गुलाब के फूलों की माला पहनाई गई. इसके बाद मखाने की माला भी पहनाई गई. मंच पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री का भव्य स्वागत किया गया.
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार के भोजपुर जिले के जगदीशपुर में सन् 1857 की क्रांति के दौरान 80 साल की उम्र में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर देने वाले बाबू वीर कुंवर सिंह ने अपनी जगदीशपुर रियासत को स्वतंत्र करा लिया था. युद्ध के दौरान घायल हो जाने के कारण कुछ दिनों बाद वे वीरगति को प्राप्त हो गए. अंग्रेजों पर उनकी विजय की स्मृति में उनके जगदीशपुर स्थित किला परिसर में हर साल कुंवर सिंह विजयोत्सव मनाया जाता है.