बारांः छह राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को हुए। जम्मू और कश्मीर, राजस्थान, झारखंड, तेलंगाना, पंजाब, मिजोरम और ओडिशा में निर्वाचन क्षेत्रों में रिक्तियों को भरने के लिए उपचुनाव हुए। राजस्थान में बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मंगलवार यानी 11 नवंबर को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। अनुमानित मतदान 80.32 प्रतिशत रहा। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,28,264 मतदाता हैं, जिनमें 1,16,783 पुरुष और 1,11,477 महिलाएं शामिल हैं। मतगणना 14 नवंबर को होगी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए मोरपाल सुमन को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया चुनाव मैदान में हैं। कुल 15 उम्मीदवार हैं। यह सीट भारतीय जनता पार्टी के विधायक कंवरलाल मीणा को अयोग्य घोषित किए जाने के कारण खाली हुई है।
राज्य की 200 सीट वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास इस समय 118 सीट हैं। कांग्रेस के पास 66, भारत आदिवासी पार्टी के पास चार, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास दो और राष्ट्रीय लोकदल के पास एक सीट है। मीणा को मई में एक उपखंड अधिकारी एसडीएम पर पिस्तौल तानने के 20 साल पुराने मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित किया गया था।
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में मीणा ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया को हराया था। विधानसभा में आठ निर्दलीय विधायक हैं। राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच होगी। बारां जिले में अंता विधानसभा सीट पर मंगलवार को मतदान हुआ था।
चुनाव विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "मतगणना 14 नवम्बर को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बारां के सेमिनार हॉल में होगी। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम रहेंगे और पूरे परिसर की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।” इस उपचुनाव में 80.21 प्रतिशत मतदान हुआ। इस क्षेत्र में कुल 2,28,264 मतदाता हैं।
उल्लेखनीय है कि यह सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कंवरलाल मीणा को अयोग्य घोषित किए जाने के कारण खाली हुई है। सत्तारूढ़ भाजपा ने इस उपचुनाव के लिए मोरपाल सुमन को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया चुनाव मैदान में हैं। कुल 15 उम्मीदवार चुनावी रण में हैं जिनमें निर्दलीय नरेश मीणा भी शामिल हैं।
नरेश मीणा ने पिछले साल टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर हुआ उपचुनाव लड़ा था और उनपर चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी को थप्पड़ मारने और मतदाताओं को धमकाने का आरोप लगा था। राजस्थान में दिसंबर 2023 में सत्ता में आई भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के तहत यह आठवां विधानसभा उपचुनाव है।
पिछले साल नवंबर में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। मई 2024 में हुए लोकसभा चुनावों में विधायकों के सांसद चुने जाने के कारण पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। दो सीटों पर मौजूदा विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हुए थे। सत्तारूढ़ भाजपा ने उन सात में से पांच सीटें जीती थीं।