नए नागरिकता कानून व एनआरसी पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में बिहार सरकार के गठबंधन दलों के नेताओं के बीच बयानों का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को बिहार के सीएम कुमार ने कहा था कि बिहार में एनआरसी लागू होने का सवाल ही नहीं है। इसके बाद प्रदेश के भाजपा नेता संजय पासवान ने कहा कि यदि ऐसा हो तो हम आने वाले चुनाव में नया गठबंधन बनाने से भी नहीं हिचकेंगे।
इसके बाद संजय पासवान ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि बिहार को राजद मुक्त होना चाहिए। बिहार में राजद की शक्ती बनी रहनी चाहिए क्योंकि यह राज्य में एकमात्र विपक्ष है, न कि कांग्रेस या कोई और राजनीतिक दल। अगर किसी कारण से हमारा गठबंधन गड़बड़ाता है तो हम नया गठबंधन बनाने में संकोच नहीं करेंगे। हम एनडीए को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे और अधिक सहयोगी और गठबंधन हमारे साथ जुड़ेंगे।'
इसके अलावा, शिवसेना द्वारा महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में हमारे सबसे पुराने सहयोगियों में से एक शिवसेना ने हमें छोड़ दिया और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया। लालू यादव पहले भाजपा का विरोध करके सत्ता में थे। हम चाहते हैं कि हमारे सबसे पुराने साथी और सहयोगी हमारे साथ बने रहें और अगर तब भी वे चले जाते हैं तो हमें नए साथी चुनने की स्वतंत्रता होगी।'