AN-32 विमान हादसे में शहीद हुए सपूतों के घर छाया मातम, दो परिवारों ने खोया इकलौता बेटा

By भाषा | Published: June 13, 2019 09:07 PM2019-06-13T21:07:39+5:302019-06-13T21:07:39+5:30

AN-32 विमान सोमवार (3 जून) को अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका के पास लापता हो गया था। विमान ने दोपहर 12.25 बजे जोरहाट से उड़ान भरी थी लेकिन दोपहर 1 बजे के बाद से विमान से कोई संपर्क नहीं हो पाया था।

AN-32 crash: 13 people dead families Shock | AN-32 विमान हादसे में शहीद हुए सपूतों के घर छाया मातम, दो परिवारों ने खोया इकलौता बेटा

AN-32 विमान हादसे में शहीद हुए सपूतों के घर छाया मातम, दो परिवारों ने खोया इकलौता बेटा

Highlightsलापता हुए विमान एएन 32 में 8 क्रू मेंबर्स और 5 यात्री सवार थे।उड़ान भरने के करीब 35 मिनट बाद विमान का रेडार से संपर्क टूट गया और बाद में क्रैश होने की सूचना मिली।

 बीते तीन जून को असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के मेचुका के लिए उड़ान भरने वाले भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान का मलबा मिलने के बाद इस विमान में सवार सभी 13 लोग शहीद हो गए। इनमें फरीदाबाद के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा और पलवल निवासी आशीष तंवर भी शामिल थे। यह जानकारी शहीद पायलट के परिजनों को वायुसेना द्वारा गुरुवार दी गई। इस सूचना के बाद सेक्टर-23 के मकान नंबर 169 में मातम छा गया और लोग व रिश्तेदार राजेश थापा के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे। विमान लापता होने के बाद से ही थापा के परिजन काफी परेशान थे। करीब 10 दिन की गहमागहमी के बाद जहां कल विमान का मलबा मिला वहीं आज वायुसेना ने विमान में सवार सभी 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि कर दी।

उल्लेखनीय है कि सेक्टर-23 निवासी 26 वर्षीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा मूलरूप से नेपाल के रहने वाले हैं। उनकी दादी रामा माया थापा ने बताया कि राजेश जब दो साल का था तो वह उसे नेपाल से अपने साथ फरीदाबाद ले आई थीं। रामा माया थापा बिजली निगम से सेवानिवृत्त हैं। राजेश उनके पास ही रहकर पले बढ़े। राजेश ने सेंट जोंस स्कूल से अपनी पढ़ाई की थी। इसके बाद भारतीय वायुसेना में शामिल हो गए थे। इस समय उनकी तैनाती असम के जोरहाट में थी। रामा ने बताया कि राजेश दो मई को छुट्टी पर घर आए थे और 27 मई को वापस जोरहाट चले गए थे। उसके बाद उनकी लगातार बातचीत हो रही थी मगर उनकी मौत की पुष्टि के बाद से सभी घर वाले परेशान हैं।

इसी तरह, गोहाना के कोहला गांव के पकंज सांगवान भी दुर्घटनाग्रस्त हुए एएन-32 विमान में सवार थे। वायुसेना द्वारा इस विमान में सवार पंकज सहित सभी 13 लोगों की मौत की पुष्टि के बाद पूरा गांव सदमे में हैं। हालांकि, पंकज के माता-पिता व दादा को इस बात की खबर अभी तक नहीं दी गई है। उन्हें अभी भी विमान की खोज जारी होने की बात कही जा रही है। पंकज (22) जुलाई 2015 में वायुसेना में भर्ती हुए और एयर ट्रैफिक सर्विस में तैनात थे। पकंज अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे और असम के जोरहाट एयरबेस में तैनात थे। गुरूवार को वायुसेना के अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान विमान में सवार सभी कर्मियों के शहीद होने की पुष्टी कर दी। अधिकारियों ने सभी कर्मियों के परिजनों को फोन कर विमान क्रैश होने के साथ कर्मियों के शहीद होने की सूचना दी।

इस सूचना के बाद कोहला में गमगीन माहौल हो गया। पंकज के परिजन एक-दूसरे को दिलासा देने लगे। लेकिन पकंज की मां सुनीता, पिता धर्मबीर व दादा कपूर सिंह को केवल इतना बताया गया कि अभी अधिकारी विमान को खोजने का काम कर रहे हैं। दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में सवार रहे पलवल निवासी 29 वर्षीय पायलट आशीष भी शहीद हो गए। यह जानकारी शहीद पायलट के परिजनों को वायुसेना द्वारा गुरूवार को दी गई। आशीष बीती 8 मई को ही छुट्टी बिताकर पलवल से अपनी डयूटी पर जोरहाट गए थे। पायलट आशीष के शहीद होने की सूचना से उनके पैतृक गांव दीघौट और पलवल जिले में शोक की लहर दौड़ गई। आशीष की मौत की खबर सुनकर सांत्वना देने के लिए लोग उनके घर आने शुरू हो गए। आशीष के मामा नरेंद्र सिंह ने बताया कि एयरफोर्स द्वारा सूचना दी गई की विमान पहाडियों में क्रैश हो गया था जिसमें कुछ नहीं बचा। सभी की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि आशीष की वायुसैनिक पत्नी संध्या ड्यूटी पर है। उनके पिता भी वहां ही हैं।

दोपहर लगभग 12.30 बजे उन्होंने भी सूचना दी थी। लापता हुए विमान एएन 32 में 8 क्रू मेंबर्स और 5 यात्री सवार थे। उडान भरने के करीब 35 मिनट बाद विमान का रेडार से संपर्क टूट गया और बाद में क्रैश होने की सूचना मिली। पायलट आशीष की पत्नी संध्या वायुसेना में रेडार ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं और जब विमान ने उडान भरी थी तो संध्या उसी विमान की रेडार ऑपरेट करने का काम कर रही थीं। सबसे पहले रेडार से विमान के संपर्क टूटने की सूचना उनकी पत्नी को लगी और उन्होंने शाम पांच बजे अपने परिवार वालों को फोन कर विमान गायब होने की खबर दी।

पलवल के दीघोट गांव निवासी आशीष ने कप्यूटर साईंस से बीटेक करने के बाद दिसंबर 2013 में वायु सेना जॉइन की थी। आशीष अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। वह शुरू से ही मेधावी और होनहार थे। सेंट्रल स्कूल मेरठ से 12वीं पास करने के बाद कानपुर से कंप्यूटर साईंस में बीटेक की डिग्री लेने के बाद वायुसेना जॉइन की। आशीष को अपनी 6 महीने की जूनियर संध्या से हैदराबाद में ट्रेनिंग के दौरान वर्ष 2013 में प्यार हुआ और बाद में घर वालों की सहमति से 8 फरवरी 2018 को दोनों ने शादी कर ली। संध्या मथुरा की रहने वाली हैं।

Web Title: AN-32 crash: 13 people dead families Shock

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