कश्मीर के मामले को यूएन लेकर जाने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरू थे: अमित शाह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 6, 2019 06:38 PM2019-08-06T18:38:39+5:302019-08-06T18:38:39+5:30
अनुच्छेद-370 पर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में जवाब देते हुये कहा, पक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है कि ये सरकार 371 को भी हटा लेगी। लेकिन मैं महाराष्ट्र और नॉर्थ ईस्ट के लोगों को इस बात का भरोसा दिलाना चाहता हूं कि सरकार का 371 को हटाने का कोई इरादा नहीं है।
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाला आर्टिकल 370 को हटाने की पेशकश की है। आज (6 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल लोकसभा में पेश हुआ। अनुच्छेद-370 पर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में जवाब देते हुये कहा है कि कश्मीर के मामले को यूएन लेकर जाने वाले कोई और नहीं बल्कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे। अमित शाह का ये जवाब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को था। अमित शाह ने कहा, कांग्रेस नेता अधीर रंजन यूएन का जिक्र कर रहे थे, मैं पूछना चाहता हूं कि कश्मीर के मामले को यूएन में कौन लेकर गया? जवाहर लाल नेहरू लेकर गए थे।
बता दें कि लोकसभा में स्पीच देते हुये कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि कश्मीर का मामला आंतरिक नहीं बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में कहा था, भारत के विदेश मंत्री ने माइक पोम्पियो से कहा था कश्मीर द्विपक्षीय मामला है, अब आंतरिक कैसे हो गया? इसी बात को लेकर ट्विटर पर भी लोगों ने अधीर रंजन चौधरी की आलोचना की है।
Amit Shah in Lok Sabha: Who took Kashmir to the United Nations, it was Pandit Jawaharlal Nehru. History will decide if this decision (to revoke 370) is right or not, but whenever it will be discussed, PM Narendra Modi will be remembered by the people pic.twitter.com/MZGbkK9NqB
— ANI (@ANI) August 6, 2019
अमित शाह ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन के सवाल का जवाब देते हुये कहा, 'मैं जो बिल लेकर सदन में उपस्थित हुआ हूं उसमें अक्साई चिन और पीओके समेत एक-एक इंच जमीन का जिक्र है।'
अनुच्छेद-370 पर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में जवाब देते हुये कहा, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की वजह से आज POK का मसला है। उन्होंने देश की सेना को उस वक्त आजादी नहीं दी थी, अगर दी होती तो हालात कुछ और ही होते। अमित शाह ने कहा, 370 और 371 की कोई तुलना नहीं है।
अमित शाह ने कहा, हम हुर्रियत के साथ चर्चा नहीं करना चाहते। घाटी के लोग हमारे हैं, हम उनको सीने से लगाएंगे, उनको प्यार से रखेंगे, पूरा हिंदुस्तान उन्हें प्यार से रखेगा। अगर उनके मन में कोई आशंका है तो जरूर चर्चा करेंगे, हमें कोई आपत्ति नहीं है
अमित शाह ने कहा, 370 हटाना इसलिए जरूरी है क्योंकि वह देश की संसद के महत्व को कम करता है। इस देश का कानून वहाँ तक नहीं पहुंचता है वहाँ के लोगों के मन में अलगाववाद को बढ़ाता है। अमित शाह ने कहा, 370 और 371 की कोई तुलना नहीं है।
अमित शाह ने कहा, देश भर के अन्दर शादी की उम्र तय हो गयी जम्मू कश्मीर में आज भी कितनी भी छोटी बच्ची हो उससे विवाह कर सकते हैं ये कैसा कानून है। अमित शाह ने ओवैसी को जवाब देते हुये कहा, ओवैसी साहब ने कहा कि इसे लागू कर के ऐतिहासिक भूल करने जा रहे . बता दें हम ऐतिहासिक भूल करने नहीं जा रहे ऐतिहासिक भूल को सुधारने जा रहे हैं।
HM in Lok Sabha: Asaduddin Owaisi said we're going to commit a historical mistake.We're not going to commit a historical mistake, we're going to correct one. After 5 yrs, seeing development in J&K under leadership of PM Modi, ppl of valley will understand drawbacks of Article 370 pic.twitter.com/aidZOukwuI
— ANI (@ANI) August 6, 2019
अमित शाह ने लोकसभा में जवाब देते हुये कहा, विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है कि ये सरकार 371 को भी हटा लेगी। लेकिन मैं महाराष्ट्र और नॉर्थ ईस्ट के लोगों को इस बात का भरोसा दिलाना चाहता हूं कि सरकार का 371 को हटाने का कोई इरादा नहीं है।