अमित शाह ने विश्व भारती में टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की
By भाषा | Updated: December 20, 2020 18:44 IST2020-12-20T18:44:15+5:302020-12-20T18:44:15+5:30

अमित शाह ने विश्व भारती में टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की
शांतिनिकेतन (पश्चिम बंगाल), 20 दिसंबर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को विश्व भारती के दौरे के दौरान नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें शांतिनिकेतन को सांस्कृतिक आदान-प्रदान के केंद्र में तब्दील करने का श्रेय दिया।
उन्होंने कहा कि विश्व भारती अपने स्थापना के 100 साल के करीब है और ऐसे में उसे टैगोर की शिक्षाओं को दुनियाभर में फैलाना चाहिए तथा अपने कार्य से भारतीय ज्ञान एवं संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में मदद करनी चाहिए।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के दो घंटे के दौरे की समाप्ति के बाद संवाददाताओं से बातचीत में शाह ने कहा, ‘‘टैगोर ने भारत के दर्शन और साहित्य को ही समृद्ध नहीं किया, बल्कि उन्होंने भारतीय संस्कृति को अन्य देशों से जोड़ने के लिए शांतिनिकेतन को आधार बनाया।’’
उन्होंने कहा कि टैगोर की शिक्षा इस तथ्य की ओर इंगित करती है कि शिक्षा का उद्देश्य संकीर्णता से बाहर आना और सत्य को जानना है।
स्वतंत्रता संग्राम में टैगोर के योगदान पर बोलते हुए शाह ने कहा कि राष्ट्रवाद के दो विचार हैं जिनके प्रस्तावक महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस हैं लेकिन दोनों विचारों के प्रेरणास्रोत एक ही हैं।
गृहमंत्री ने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि नोबेल पुरस्कार नहीं था जिसने टैगोर के कार्यों को स्वीकृति प्रदान की बल्कि टैगोर को सम्मानित करने से स्वयं उसकी (पुरस्कार) स्वीकृति बढ़ी।’’
उन्होंने कहा कि टैगोर ने स्वास्थ्य सेवा में सुधार और स्वच्छता के साथ-साथ गांवों के उन्नयन के लिए भी प्रयास किया।
विश्वविद्यालय पहुंचने पर शाह ने रवींद्र भवन में स्थापित टैगोर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
शाह ने उत्तरायण संकुल को देखा जहां टैगोर शांतिनिकेतन में निवास के दौरान रहते थे और इसके बाद उपासना गृह गए।
गृहमंत्री संगीत भवन भी गए जहां विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने उनका अभिवादन किया और लोक गीत तथा टैगोर द्वारा रचित गीत गायन सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
उन्होंने कार्यक्रम प्रस्तुत करने वालों से भी संवाद किया।
भारी सुरक्षा के बीच कोलकाता आए शाह ने विश्वविद्यालय परिसर में बने बांग्लादेश भवन का भी दौरा किया और कुलपति विद्युत चक्रवर्ती तथा शिक्षकों से संवाद किया।
कुलपति ने गृहमंत्री को शॉल और टैगोर की तस्वीर भेंट की।
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