मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के नादेड़ में शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए उन्हें मौकापरस्त बताया और सूबे की जनता के साथ धोखा देने के आरोप लगाया। गृह मंत्री शाह ने शनिवार को उद्धव से कहा कि वो तीन तलाक, मुस्लिम कोटे, कॉमन सिविल कोड और सावरकर के अपमान के मुद्दे पर अपनी स्थिति जनता के बीच स्पष्ट करें।
अमित शाह ने यह बात केंद्र में नरेंद्र मोदी सत्ता के नौ साल पूरे होने के अवसर पर महाराष्ट्र भाजपा की ओर से नांदेड़ में आयोजित एक जनसभा में कही और उद्धव ठाकरे को जमकर आरोपों के कटघरे में खड़ा किया।
शाह ने इस स्पष्ट संकेत देते हुए कि साल 2024 का चुनाव भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर लड़ेगी और इसे वह नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी के मुकाबले में तैयार करेगी। शाह ने अपने 40 मिनट के भाषण में उद्धव ठाकरे के साथ-साथ राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "उद्धवजी, आप एक साथ दो नावों में खड़े नहीं हो पाएंगे।"
अमित शाह ने इसके आगे कहा, “मैं महाराष्ट्र की जनता से यह भी पूछना चाहूंगा कि वे क्या महसूस करते हैं। क्या उन्हें लगता है कि मोदी सरकार ने तीन तलाक को खत्म कर सही किया? मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वह कर्नाटक सरकार से सहमत हैं, जो पाठ्य पुस्तकों से वीर सावरकर के अध्याय को हटाना चाहती है।"
गृहमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध करती है। उन्होंने कहा, “हम मुसलमानों के लिए कोटा का विरोध करते हैं। आपको इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।"
शाह ने कहा कि शिवसेना के आम कार्यकर्ता ऐसे 'दोहरे चरित्र' से तंग आ चुके हैं, इसलिए मजबूरी में एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के नेताओं को उद्धवके खिलाफ बगावत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ''2024 के चुनाव में आपको तय करना होगा कि आपका प्रधानमंत्री कौन बनता है? नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी?