नागपुर: 'लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव' में 'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?' विषय को लेकर टीवी पत्रकार और न्यूज18 के मैनेजिंग एडिटर अमिश देवगन ने अपने विचार रखे। इस दौरान उन्होंने बताया कि किन आधार पर टीवी पर होने वाली बहस का मुद्द चुना जाता हैं। उन्होंने कहा कि जो लोगों को आकर्षित करे और जो खबर भी हो, इसके आधार पर डिबेट का मुद्दा चुना जाता हैं। उन्होंने कहा हमें सूचना को जनता तक ड्रिप इर्रिगेशन की तरह देना चाहिए।
वहीं पत्रकारिता पर निष्पक्षता के आरोप पर बोलते हुए देवगन ने कहा कि मीडिया पर आरोप आजादी के वक्त से लगते रहे हैं उन्होंने कहा कि आज देश में एक सशक्त लोकतंत्र है उन्होंने कि लोगों के पास आज मोबाइल में इंटरनेट है जिसने ध्रुवीकरण को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा मीडिया वही दिखाता है जो समाज में होता है।
उन्होंने कहा कि सच को दोनों आखों से देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या रामनवमी के दौरान बंगाल और बिहार में हुई हिंसा को नहीं दिखाना चाहिए, जिस प्रकार से 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार को नहीं दिखाया गया था। इस दौरान उन्होंने आलोचकों को भी करारा जबाव देते हुए कहा कि सच को आधा-अधूरा नहीं, बल्कि पूरा दिखाना चाहिए।
वहीं पाश्चात्य मीडिया की बात करते हुए देवगन कहा कि जिस तरह से वेस्टर्न मीडिया ने भारतीय मुद्दों को लेकर हमला किया है उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। यहां उन्होंने पाश्चात्य मीडिया को भारत की आलोचना करने पर आइना दिखाने का काम किया। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य मीडिया एक आइडेंटिटी क्राइसिस से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि अब उनकी दुकाने बंद हो गई हैं। उनका हस्तक्षेप अब शक्तिहीन हो गया है।
इस कॉन्क्लेव में अन्य पत्रकारों ने भी विषय पर अपने विचार रखे। बता दें कि वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल दर्डा की जन्मशताब्दी एवं लोकमत नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को 'लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव' का आयोजन नागपुर के रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में किया जा रहा है।