नई दिल्ली:दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से होम आइसोलेशन की पुरानी व्यवस्था फिर से लागू करने को लेकर आग्रह किया। उन्होंने शाह को पत्र लिखकर उनसे कोविड-19 मरीजों के चिकित्सकीय मूल्यांकन के लिए सरकारी केन्द्र आने की अनिवार्यता खत्म करने की अपील की है। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने उप राज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल को भी इस संबंध में मंगलवार को पत्र लिखा था लेकिन एलजी कार्यालय से आप सरकार को अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
उन्होंने बुधवार को कहा, ‘‘ यह अमित शाह मॉडल और केजरीवाल मॉडल की लड़ाई नहीं है। हमें वह व्यवस्था लागू करनी चाहिए जिसमें लोगों को परेशानी ना हो ।’’ उप मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को नई व्यवस्था की वजह से काफी परेशानी हो रही है और उसे तुरंत खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री कोविड-19 से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर खुद नजर रख रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि शहर में पुरानी व्यवस्था लागू की जानी चाहिए, जिसके तहत मरीज के चिकित्सकीय मूल्यांकन के लिए जिला प्रशासन का एक दल उसके घर जाता था।
अगले सप्ताह तक कोविड-19 रोगियों को लिये 20 हजार बिस्तर तैयार हो जाएंगे: शाह
उधर, अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में अगले सप्ताह तक कोविड-19 रोगियों के लिये 20 हजार बिस्तर तैयार हो जाएंगे। शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिये 26 जून तक 20 हजार बिस्तर तैयार हो जाएंगे और 10 हजार बिस्तरों वाले केंद्र में कामकाज शुरू हो जाएगा। शाह ने कहा कि कोविड-19 के रोगियों के लिए एक हजार बिस्तर का पूर्ण अस्पताल बनाया जा रहा है जिसमें 250 आईसीयू बिस्तर होंगे। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल अगले दस दिनों में तैयार हो जाएगा और सशस्त्र बल इसे संचालित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल जी, तीन दिन पहले हमारी बैठक में इस पर निर्णय किया जा चुका है और गृह मंत्रालय ने दिल्ली के राधा स्वामी सत्संग में दस हजार बिस्तर वाले कोविड देखभाल केंद्र को संचालित करने का काम आईटीबीपी को सौंप दिया है। काम तेजी से जारी है और केंद्र का बड़ा हिस्सा 26 जून तक शुरू हो जाएगा।’’