लखनऊ: देश में ऑक्सीजन की कमी को लेकर रोज आ रही खबरों के बीच यूपी के अमेठी में पुलिस ने 26 साल के एक शख्स के खिलाफ सोशल मीडिया पर 'गलत जानकारी' फैलाने के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने बताया है कि शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी शशांक यादव ने जो आरोप ट्विटर के जरिए लगाए थे, वे गलत हैं।
ऑक्सीजन सप्लाई पर गलत जानकारी देने का आरोप
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार अमेठी के सर्कल अफसर अर्पित कपूर ने कहा, 'शशांक यादव के खिलाफ गलत जानकारी फैलाने के लिए मामला दर्ज किया गया है।' हालांकि अर्पित कपूर सहित अन्य सीनियर अधिकारियों ने जांच में मिली अन्य जानकारियों को साझा करने से इनकार कर दिया।
शंशाक पर आईपीसी की धारा 269 (लापरवाह रवैया और जीवन के लिए खतरनाक बीमारी को फैलाने का आरोप), 505(1) बी (किसी सूचना, कथन के माध्यम से किसी समूह या जनता में भय की स्थिति उत्पन्न करना, जो राज्य शांति के खिलाफ अपराध करने के लिए प्रेरित करे) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। ये मामले रामगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज हुए हैं। साथ ही युवक पर महामारी रोग अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है ।
रामगंज पुलिस थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शंशाक यादव पर राज्य सरकार को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन की आपूर्ति और कोरोनावायरस के प्रसार को लेकर झूठी जानकारी फैलाने का आरोप है।
वीरेंद्र सिंह ने आगे कहा, 'जांच में ये पाया गया कि आरोपी के गलत ट्वीट के कारण कई लोगों ने सरकार के खिलाफ भी आरोप लगाए।' वीरेंद्र सिंह ने आगे बताया कि युवक ने शुरुआती जांच के दौरान ये बात मानी है कि उसने ट्वीट किए थे।सर्किल अधिकारी ने बताया कि शशांक यादव के अलावा किसी और को इस केस में आरोपी नहीं बनाया गया है।