सर्वदलीय बैठक: पीएम मोदी ने कहा- हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा है, जानें बैठक से जुड़ी 10 बड़ी बातें
By अनुराग आनंद | Published: June 19, 2020 09:04 PM2020-06-19T21:04:19+5:302020-06-19T21:11:38+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत चुप नहीं बैठेगा और कोई टकराएगा तो देश मुंहतोड़ जवाब देगा।
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में करीब 20 पार्टी के नेता शामिल हुए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे किसी पोस्ट पर चीन का कब्जा नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत चुप नहीं बैठेगा और कोई टकराएगा तो देश मुंहतोड़ जवाब देगा। भारतीय सेना देश के रक्षा की रक्षा के लिए सबकुछ कर रही है।
बैठक में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, टीआरएस, जद (यू), बीजद, लोजपा, बसपा, शिवसेना और राकांपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष ने हिस्सा लिया। कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने सरकार से कहा है कि सीमा पर स्थिति के बारे में उसे पारदर्शी होना चाहिए।
जानें सर्वदलीय बैठक से जुड़ी 10 बड़ी बातें-
- सर्वदलीय बैठक में सोनिया गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है कि सरकार बताए चीन ने भारतीय सीमा में कब घुसपैठ की है। इसके साथ ही सोनिया ने कहा कि ये बैठक पहले ही बुलाई जानी चाहिए थी।
सोनिया ने कहा कि 6 जून को ही जानकारी मिलने के तुरंत बाद सीधे सरकार को चीनी सरकार से इस मामले में बात करनी थी। इसके साथ ही सोनिया ने कहा कि विपक्ष सरकार के साथ है। लेकिन, सरकार समय-समय पर हालात की जानकारी विपक्ष को भी दे।
- सर्वदलीय बैठक में ममता बनर्जी ने कहा है कि चीन एक तानाशाह देश है, उसके मन में जो आता है करता है। लेकिन, भारत एक लोकतांत्रिक देश है, ऐसे में हम सबको मिलकर चीन के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि जब बात देश की होगी तो हमसब मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे। ममता ने कहा कि चीन के खिलाफ एकमत होना होगा, एक आवाज में चीन का विरोध करना होगा और एक होकर उसे जवाब देना होगा।
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि टेलीकॉम, मोबाइल व एविएशन सेक्टर में चीन के निवेश को बंद करना होगा। इससे हमें थोड़ी मुश्किलें होंगी, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया जा सकता है। लेकिन, हर हाल में चाइना के प्रोडक्ट की देश में एंट्री पर रोक लगाना चाहिए।
- बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू चीफ नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्सा है। हम सब एक हैं। इस मुद्दे पर किसी भी राजनीतिक दल को एकता का अभाव नहीं दिखानी चाहिए। नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि बाजार में चीन निर्मित सामानों का ढेर लगा हुआ है। उसके सामान की क्वॉलिटी भी अच्छी नहीं होती है प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट का वातावरण पर काफी बुरा असर होता है।
- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं। हम सब प्रधानमंत्री मोदी के साथ मजबूती से खड़े हैं। हम अपनी देश की सेना और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। भारत शांति चाहता है, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन हमेशा से धोखेबाज रहा है। भारत 'मजबूत' है, 'मजबूर' नहीं है। हमारी सरकार 'आंखें निकाल कर हाथ में दे देने' की क्षमता रखती है।
- नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख और देश के पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने कहा कि उस दौरान सैनिक निहत्थे था या उनके पास हथियार था यह मामला अंतर्राष्ट्रीय अग्रीमेंट से जुड़ा है। हमें ऐसे गंभीर मामलों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। बता दें कि राहुल गांधी ने इस सवाल को उठाया था।
- सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि हमें वर्तमान समय में संभल कर कदम रखने होंगे। अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है कि हम उनके पाले में आ जाएं, लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। अपनी बात कहते हुए उन्होंने पंचशील समझौते का जिक्र किया।
- कॉनरैड संगमा ने कहा कि बॉर्डर एरिया पर इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम किसी भी हाल में नहीं बंद होना चाहिए। चीन बांग्लादेश और म्यांमार में भारत के खिलाफ जो कुछ कर रहा है वह चिंताजनक है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी नेताओं को इस घटना के बारे में जानकारी दी है। राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना के जवान गलवान घाटी में पूरी तरह से मुस्तैद हैं।
- जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सरकार पर हमें पूरा भरोसा है। आपने विश्व में ग्लोबल पार्टनशिप तैयार किया है। इसके साथ ही रेड्डी ने कहा कि चीन हमें इस महामारी को दौर में तोड़ना चाहता है लेकिन हमें इसका मजबूती से सामना करना है।
- आकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह सही समय सवाल पूछने कहा नहीं है। बादल ने कहा कि देश को पीएम मोदी के नेतृत्व पर भरोसा है।