प्रयागराज: प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड की साजिश इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी। पुलिस के अनुसार मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के जिस कमरे में बैठकर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची गई उस कमरे में एलएलबी का छात्र सदाकत खान रहता था जो अब गिरफ्त में हैं। सदाकत ने दो साल पहले सीएमपी डिग्री कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद भी वह विश्वविद्यालय के हॉस्टल में अवैध रूप से रहता था।
अब सदाकत खान की एक फोटो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ वायरल हो रही है। तस्वीर के आधार पर विरोधी समाजवादी पार्टी पर निशाना साध रहे हैं और इस केस के अपराधियों का सपा नेताओं के साथ संबंध होने के आरेप लग रहे हैं।
अखिलेश यादव के साथ सदाकत खान की तस्वीरें वायरल होने के जवाब में समाजवादी पार्टी की तरफ से भी पलटवार किया गया है। सपा के मीडिया सेल ने सदाकत की कुछ तस्वीरें शेयर कर के उसके भाजपा का सदस्य और बीजेपी नेती के साथ संबंध होने की बात कही है। सपा के मीडिया सेल ने ट्विटर पर लिखा है, "सदाकत वर्तमान में बीजेपी का सदस्य था जिसकी फोटो सपा के साथ जोड़ी जा रही है। बीजेपी की पूर्व विधायिका नीलम करवरिया के घर पर नीलम के पति उदयभान करवरिया के साथ सदाकत की फोटो बीजापी के साथ इस घटनाक्रम का कनेक्शन बताती हैं।"
इसी ट्वीट में आगे लिखा गया, "इससे पहले भी एक बीजेपी नेता राहिल इस केस का मास्टरमाइंड पकड़ा जा चुका है। ये हत्या भाजपा ने करवाई है। 2024 के चुनाव में प्रयागराज और आसपास के जिलों में सांप्रदायिक तनाव फैले और भाजपा इसका चुनावी लाभ ले इसीलिए इस घटना को भाजपा ने बकायदा सत्ता का उपयोग करके अंजाम दिलवाया है। भाजपा इस तरह की साजिशें चुनाव के पूर्व करती है जो कि बेहद शर्मनाक है।" बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के एक अन्य आरोपी अरबाज पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ धूमनगंज थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क के पास हुई थी। अरबाज उस गाड़ी को चला रहा था जिससे हमलावर उमेश पाल को मारने आए थे। इस हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी। सीसीटीवी की जांच के दौरान पुलिस को कैमरे में आरोपी अरबाज का चेहरा नजर आया था जिसके बाद से ही उसकी तलाश जारी थी। अरबाज को बाहुबली नेता और माफिया अतीक अहमद का करीबी भी माना जाता था।