लखनऊ: भारत की आबादी 142.86 करोड़ हो गयी है और वह चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है। ऐसे में विपक्ष केंद्र की मोदी पर हमलावर है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भारत की आबादी सबसे अधिक सरकार की विफलता के कारण हुई।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "चिंतनीय खबर: भारत की आबादी हुई सबसे अधिक। कारण: सरकार की विफलता। विवरण: - गरीबी-बेरोजगारी के कारण काम में हाथ बँटाने व कमाने के लिए व -मेडिकल की कमी से बालमृत्यु के डर से अधिक बच्चे पैदा करना तथा कांट्रासेप्टिव्स का वितरण न होना। -शिक्षा की कमी से जनसंख्या के दबाव को न समझना।"
संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या संभावना 2022 के अनुसार, 1950 में भारत की जनसंख्या 86.1 करोड़ थी जबकि चीन की जनसंख्या 114.4 करोड़ थी। भारत की आबादी 2050 तक बढ़कर 166.8 करोड़ होने की उम्मीद है, जबकि चीन की जनसंख्या घटकर 131.7 करोड़ हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद सबसे धीमी दर से बढ़ रही है, जो 2020 में एक प्रतिशत से कम हो गई है।
विश्व जनसंख्या संभावना 2022 के अनुसार, भारत की आबादी पिछले साल 141.2 करोड़ थी, जबकि चीन की आबादी 142.6 करोड़ थी। रिपोर्ट के अनुसार, 15 नवंबर को वैश्विक आबादी के आठ अरब तक पहुंचने का अनुमान है।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की नयी रिपोर्ट के अनसार, भारत की 25 प्रतिशत जनसंख्या 0-14 (वर्ष) आयु वर्ग की है जबकि 18 प्रतिशत 10 से 19 साल आयु वर्ग, 26 प्रतिशत 10 से 24 आयु वर्ग, 68 प्रतिशत 15 से 64 आयु वर्ग की और सात प्रतिशत आबादी 65 वर्ष से अधिक आयु की है।
(भाषा इनपुट के साथ)