पटना: यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा से मिल रही कांटे की टक्कर के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव के हौसले में उस समय इजाफा हुआ, जब यूपी की सियासी सरजमीं पर बेअसर रहने वाली जदयू ने सपा के समर्थन का ऐलान किया है।
बिहार में सत्ता की अगुवाई करने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने औपचारिक तौर पर चिट्ठी जारी करके सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को समर्थन दिया है और मैनपुरी के वोटरों से सपा के पक्ष में वोट करने की अपील की है।
यह बेहद दिलचस्प है कि उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल को बिहार की सत्ता में काबिज पार्टी का समर्थन मिल रहा है, जिसका यूपी में तो कोई जनाधार है और न ही वोटबैंक, उसके बाद भी जदयू ने सेक्युलरिज्म के नाम पर भाजपा को चोट पहुंताने की मकसद से यह चिट्ठी जारी की है।
इससे पहले बीते 11 नवंबर को भी जदयू ने दिवंगत मुलायम सिंह के निधन से खाली हुई मैनपुरी सीट से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव का समर्थन करते हुए भाजपा सहित अन्य दलों से अपील की थी कि वो किसी प्रत्याशी को न उतारकर डिंपल यादव को लोकसभा पहुंचने के लिए सीधा वॉकओवर दें।
जदयू ने उस समय कहा था कि यह दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के लिए ‘सच्ची श्रद्धांजलि’ होगी। जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने इस संबंध में कहा था कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह किसानों और मजदूर वर्ग के बड़े नेता थे तथा उनके योगदान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा था कि हम भाजपा और बसपा सहित सभी दलों से अपील करते हैं कि वो मैनपुरी सीट से चुनाव न लड़े और डिंपल यादव का समर्थन करके मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि दें।
लेकिन भाजपा ने इस तरह के अपील को खारिज करते हुए उपचुनाव में दिवंगत सपा संरक्षक की सीट पर कब्जा करने के लिए उन्हीं के सियासी शागिर्द रघुराज शाक्य को टिकट थमा दिया है। रघुराज शाक्य के बूते भाजपा सपा के इस मजबूत गढ़ में सेंधमारी करने का भरपूर प्रयास कर रही है।
यही कारण है कि मैनपुरी उपचुनाव सपा प्रमुख की पत्नी डिंपल यादव के लिए आसान नहीं रहने वाला है। भले ही अखिलेश यादव इसे सपा की परंपरागत सीट मान रहे हैं लेकिन भाजपा ने रघुराज शाक्य को टिकट देकर यह चुनाव फंसा दिया है। इसका मुख्य कारण है रघुराज शाक्य का राजनैतिक करियर क्योंकि उन्होंने राजनीति का पाठ दिवंगत मुलायम सिंह से ही पढ़ना सिखा और वो शिवपाल यादव के बेहद नजदीकी बताये जात हैं।
भाजपा में आने से पहले रघुराज सिंह शाक्य समाजवादी पार्टी के टिकट पर दो बार संसद के सदस्य और एक बार विधायक रह चुके हैं। मुलायम सिंह यादव रघुराज शाक्य को बेहद स्नेह देते थे, इस कारण मैनपुरी की जनता के सामने एक बारिक सा भ्रम जरूर है और उस भ्रम को शाक्य ने आज उस समय और भी गहरा बना दिया, जब वो उपचुनाव में नामांकन दाखिल करने से पहले सैफई स्थित मेला ग्राउंड गये और मुलायम सिंह यादव की समाधि पर मत्था टेका।