लखनऊ: यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मंगलवार, 28 फरवरी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया दी। योगी आदित्यनाथ ने सदन में भाषण के समय एक बहस के दौरान अखिलेश यादव के संबंध में कहा था, "तुम क्या बोलोगे, तुम तो अपने बाप का सम्मान नहीं कर पाए। तुम्हें तो प्रदेश में सुरक्षा की बात करते शर्म आनी चाहिए।"
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश ने कहा, "किसी के पिता के बारे में कोई बोलेगा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता के बारे में बोलेगा। आपने भी बहुत सारे रीति रिवाज नहीं माने हैं। वो ठीक नहीं लगेगा कि मैं कुछ कहूं क्योंकि ऐसी शिक्षा नेता जी ने मुझे नहीं दी।"
अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर कई आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा, "1 संस्था को हायर किया गया है इस सरकार की तरफ से कि कैसे झूठ बोला जाए। एक कंपनी को डेटा मैनेज करने लिए 200 करोड़ दे रहे हैं। सरकार अगर 1 ट्रिलियन इकॉनमी का सपना देख रही है तो नीति आयोग कि जो रिपोर्ट है वो इस सरकार को जरूर देखना चाहिए कि उत्तर प्रदेश की क्या स्थिति है। 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी करने के लिए आपको 34 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए। नेता सदन जरुर बताएं कि ये 34 परसेंट कैसे हासिल करेंगे।"
रामचरित मानस के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा, "मैंने रामचरितमानस के बारे में नहीं पूछा था। बल्कि यह पूछा था कि शुद्र क्या है? जब कोई घर से गया तो क्या गंगाजल से घर धोया जाता है, ये क्या दिखाता है? क्या नेता सदन ये बताएंगे कि शुद्र गलत है! हम रामचरितमानस के खिलाफ नहीं है, भगवान सबके हैं। हम जातिगत जनगणना चाहते हैं।"
अखिलेश यादव ने बृजेश पाठक पर निशाना साधते हुए कहा, "क्यों स्वास्थ्य मंत्री हर जगह छापा मारते फिरते हैं, अब सरकार ने बजट खर्च नहीं किया। ऐसा छापा वित्त मंत्री के यहां मारो। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं, अधिकारी नहीं है। बजट जब खर्च नहीं होगा स्वास्थ्य सेवा बेहतर कैसे होगी।"