असम: राज्यपाल के संबोधन के दौरान बार-बार रोजगार का मुद्दा उठाने पर अखिल गोगोई विधानसभा से निलंबित, मार्शल बाहर लेकर गए
By विशाल कुमार | Published: March 14, 2022 12:42 PM2022-03-14T12:42:00+5:302022-03-14T12:45:20+5:30
असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने गोगोई से राज्यपाल के संबोधन के दौरान सदन से बाहर जाने को कहा। गोगोई सदन से बाहर नहीं गए और उन्होंने एक तख्ती दिखाई, जिसके बाद मार्शल उन्हें बाहर लेकर गए।
गुवाहाटी:असम विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल जगदीश मुखी के संबोधन के दौरान एक लाख युवाओं के रोजगार के मुद्दे को बार-बार उठाने के लिए निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई को सदन की कार्यवाही से सोमवार को निलंबित कर दिया गया।
विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने गोगोई से राज्यपाल के संबोधन के दौरान सदन से बाहर जाने को कहा। गोगोई सदन से बाहर नहीं गए और उन्होंने एक तख्ती दिखाई, जिसके बाद मार्शल उन्हें बाहर लेकर गए।
इसके बाद राज्यपाल ने अपने 38 पृष्ठों का भाषण पढ़ा। मुखी ने एक लाख युवाओं को रोजगार देने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वादे पर कहा, ‘‘अपने अहम चुनावी वादों में से एक को पूरा करने के लिए सरकार ने हमारे एक लाख युवाओं को रोजगार देने की प्रक्रिया शुरू की है।’’
इसके बाद, उन्होंने विभिन्न पदों पर युवाओं की भर्ती के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे कई कदमों का जिक्र किया। गोगोई ने मुखी के संबोधन के दौरान किसानों से धान की खरीद, स्वदेशी मूल के लोगों को जमीन का अधिकार देने और जल आपूर्ति योजना में भ्रष्टाचार जैसे अन्य मुद्दे उठाने की भी कोशिश की।
राज्यपाल के भाषण के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तो अध्यक्ष ने गोगोई का निलंबन वापस ले लिया।