नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के दामों में कटौती करने भारतीय जनता पार्टी ने गैर बीजेपी शासित राज्यों से अपने यहां पेट्रोल-डीजल के दाम करने को कहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बयान में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मांग है कि विपक्ष अपने शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम भी कम करे ताकि आम लोगों को महंगाई के बीच कुछ और राहत मिल सके।
वहीं कांग्रेस ने केंद्र के इस निर्णय नाकाफी बताया है। कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा, एक्साइज ड्यूटी को काटने का निर्णय रेगिस्तान में झाड़ू मारने के बराबर है। पिछले 2 महीने में भाजपा ने पेट्रोल-डीज़ल को 10-10 रुपये बढ़ाया है। आज उसी पेट्रोल-डीज़ल को क्रमश: 9.5 रुपये और 7 रुपये सस्ता कर दिया। जनता को 2 महीने लूटा और फिर 50 पैसे की राहत दे दी। जबकि एनसीपी नेता शरद पवार ने इसे 'कुछ न सही से कुछ बेहतर' कहा है।
वहीं विपक्षी दल टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह काफी अच्छा नहीं है क्योंकि (केंद्र सरकार) ने हाल ही में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 10 रुपये की बढ़ोतरी की है। केंद्र सरकार के पास अभी भी राज्यों पर (वैट को कम करने के लिए) दबाव डालने के बजाय उत्पाद शुल्क को कम करने का लचीलापन है क्योंकि राज्य का वित्त ज्यादातर मुश्किल में है।
शनिवार को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण में पेट्रोल डीजल के दाम में कटौती की घोषणा करते हुए कहा, हम पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर रहे हैं। इससे पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा, हम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति गैस सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) की सब्सिडी देंगे। इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी।