मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथछिंदवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव और उनके पुत्र नकुलनाथ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए छिंदवाड़ा संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर मंगलवार को अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान कमलनाथ ने उनके नजदीकियों पर चल रहे छापेमारी को लेकर कहा बीजेपी पर निशाना साधते हुए चेतावनी दी। उन्होंने कहा राजनैतिक दृष्टी से जो करने का प्रयास किया जा रहा है उसमें कोई सफल होने वाला नहीं है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों के मौजूदा माहौल में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी लोगों के अलग-अलग शहरों स्थित ठिकानों पर रविवार तड़के आयकर विभाग के छापों के बाद सियासी सरगर्मियां बढ़ गयीं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, "मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में करोड़ों रुपये की काली कमाई बरामद हुई। इससे एक बात तो साफ हो गई कि जो चोर है, उसे ही चौकीदार से शिकायत है।"
विजयवर्गीय ने अपने इस ट्वीट के साथ एक फोटो भी लगाया जिसमें नोटों की गड्डियों से भरे दो बक्से नजर आ रहे हैं। उधर, कांग्रेस ने कमलनाथ के करीबी लोगों से संबंधित आयकर विभाग की मुहिम को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा।
बता दें कि लोकसभा में नौ बार सांसद रहे कमलनाथ पहली दफा विधानसभा चुनाव में उतर रहे हैं जबकि नकुलनाथ भी पहली दफा चुनावी राजनीति में उतरते हुए अपने पिता की परम्परागत सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। कमलनाथ वर्ष 1980 से छिंदवाड़ा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ को नियमानुसार छह माह के अंदर प्रदेश विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना आवश्यक है। छिंदवाड़ा विधानसभा सीट के विधायक दीपक सक्सेना के इस्तीफा देने के बाद रिक्त सीट के लिये उपचुनाव कराना पड़ रहा है। सक्सेना ने कमलनाथ के लिये सीट खाली की है। यदि कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से विजयी होते हैं तो वह अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में वह पहली दफा विधायक बनेंगे।
बीजेपी ने ने चेहरे विवेक साहू (बंटी) को कमलनाथ के सामने विधानसभा उपचुनाव के लिये अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि नकुलनाथ के सामने भाजपा ने नत्थनशाह कवरेती को छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। कमलनाथ वर्ष 2014 में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से 1,16,000 से अधिक वोटों से विजयी हुए थे।