लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अभी से सक्रिय हो गई हैं. जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर पार्टी संगठन में जिला अध्यक्षों की तैनाती को लेकर विचार विमर्श करने के लिए दिल्ली गए. वही दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी भी राज्य में जिला और शहर इकाइयों का गठन करने के लिए तेजी दिखाने लगी है. जिसके चलते कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व को कई बड़े शहरों के जिला और शहर अध्यक्षों के नामों का प्रस्ताव भेजा है.
बताया जा रहा है कि होली के बाद प्रदेश कार्यकारिणी के पुनर्गठन का प्रस्ताव भी केंद्रीय नेतृत्व को सौंपे जाने की तैयारी है. इसके अलावा 12 से अधिक जिलों में शहर इकाइयों का गठन भी किए जाने की भी सिफारिश भी की गई है, ताकि बड़े जिलों में पदाधिकारियों की संख्या बढ़ाई जा सके. बताया जा रहा है कि जिला और शहर कमेटी के अध्यक्षों के लिए 133 नामों का प्रस्ताव भेजा गया है. इनमें 76 जिलाध्यक्षों के नाम शामिल हैं.
प्रदेश कार्यकारिणी में 200 पदाधिकारी होंगे शामिल
पार्टी नेताओं के अनुसार, राहुल गांधी पार्टी संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं. बीते दिनों उन्होने गुजरात कांग्रेस में भाजपा के प्रति नर्म रुख रखने वाले नेताओं को पार्टी से बाहर निकालने की बात कही. गुजरात में कांग्रेस लंबे समय से सत्ता से बाहर है. ठीक उसी तरह उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को सत्ता से बाहर हुए 35 साल से अधिक का समय हो गया है.
पार्टी नेताओं का कहना है कि अब अगर यूपी में कांग्रेस को सत्ता के नजदीक पहुंचा है तो उसे पार्टी संगठन में नए लोगों को ज़िम्मेदारी देनी होगी. बड़े शहरों में जिला और शहर के अध्यक्ष पद पर युवाओं को लाना होगा. पार्टी ने राज्य नेतृत्व ने संगठन को मजबूत आधार देने के लिए जिला और शहर कमेटी के अध्यक्षों के लिए 133 नामों का प्रस्ताव भेजा गया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि जिला व शहर अध्यक्षों के नाम घोषित होने के बाद कमेटियों का स्वरूप तय किया जाएगा.
वहीं प्रदेश कार्यकारिणी में इस बार 200 से अधिक पदाधिकारी शामिल हो सकते हैं. पार्टी का जोर सभी धर्म व वर्ग की भागीदारी पर है. अजय राय के मुताबिक संगठन में लोगों की तैनाती करते हुए क्षेत्रवार जातीय संतुलन साधने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि यूपी में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए अमेठी, कानपुर देहात, बलिया, प्रतापगढ़, श्रावस्ती, हमीरपुर, औरैया, महोबा, बस्ती, ललितपुर समेत 12 से अधिक जिलों में शहर इकाइयों का भी गठन किए जाने की सिफारिश की गई है.
इसके साथ ही नगर क्षेत्र में वार्ड स्तर तक सक्रियता बढ़ाने के लिए शहर इकाइयां गठित किए जाने पर जोर दिया जाएगा. इसके साथ ही लखनऊ और कानपुर में दो-दो शहर अध्यक्ष नियुक्त कर बड़े शहरों में पार्टी की गतिविधियों को बढ़ाने का जो प्रयोग किया गया था उसे अन्य बड़े शहरों में लागू करने का सुझाव दिया गया है. इसके साथ ही बूथ स्तर तक अपनी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए यूपी में युवा चेहरों को भी आगे करने की तैयारी की जा रही है. होली के बाद पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद पार्टी नेता कर रहे हैं.