लखनऊ: उत्तर-प्रदेश के निकाय चुनावों में मिली करारी हार के बाद से ही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव प्रदेश सरकार और प्रशासन पर धांधली का आरोप लगा रहे हैं। अब सपा प्रमुख ने एक घटना का जिक्र करके कहा है कि चुनाव के नतीजे आने के बाद इमानदार अधिकारियों पर की जा रही कारवाई से साफ है कि भाजपा ने जीत के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाया था।
दरअसल सहारनपुर की छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष सीट BJP 22 वोटों से हार गई थी। यहां सपा प्रत्याशी जीती है। इसके बाद ही खबर आई कि वहां की एसडीएम रम्या आर को हटाकर जिलाधिकारी ऑफिस में अटैच कर दिया गया है। इस मामले पर अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, "भाजपा सरकार ईमानदार अधिकारियों को निष्क्रिय पदों पर भेजकर अपनी बेईमानी का सबूत दे रही है। सहारनपुर में 22 मतों से सपा के नगर पंचायत अध्यक्ष की जीत को दबाव के बाद भी एक सत्यनिष्ठ अधिकारी द्वारा न बदले जाने पर, उसे ही इस सरकार ने बदल दिया। सपा ईमानदारों अधिकारियों के साथ है।"
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा पर मतदाताओं को वोट देने से रोकने और अन्य तमाम तरह की धांधली करने का आरोप लगाया और कहा कि यह चुनाव जीतने के लिए भाजपा जो हथकंडे अपना सकती थी वह अपनाये।
सपा प्रमुख ने कहा, "भाजपा को सिर्फ जीत से मतलब है। चाहे लोकतंत्र और कानून खत्म हो जाए। उसे किसी की परवाह नहीं है। प्रदेश में अब लोकतंत्र नहीं बचा,आजादी नहीं है। इस सरकार में ऊपर से नीचे तक बैठे लोग झूठ और प्रोपोगंडा के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं।"
बता दें कि निकाय चुनाव के लिए दो चरणों में चार मई व 11 मई को मतदान हुआ था। नगर निगमों में ईवीएम व नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में मतपत्रों के जरिए मतदान कराया गया था। 13 मई को मतगणना हुई जिसमें निगम की सभी 17 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की। सपा और बसपा को नगर निगम की एक भी सीट पर सफलता नहीं मिली।