अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश को संबोधित कर सकते हैं मोहन भागवत या भैय्याजी जोशी
By एएनआई | Published: November 7, 2019 08:41 PM2019-11-07T20:41:33+5:302019-11-07T20:51:06+5:30
सूत्रों के अनुसार चूकी फैसला आने की संभावना जल्द है। ऐसे में संघ अपने शीर्ष नेताओं को देश में अलग-अलग जगहों पर भेजने की योजना बना रहा है।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का शीर्ष नेतृत्व शांति कायम रखने के लिए देश भर में दौरा कर सकता है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार संभव है कि मोहन भागवत या सुरेश भैय्याजी जोशी फैसले के बाद देश को संबोधित भी कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार आरएसएस अयोध्या भूमि विवाद पर फैसला आने से पूर्व मीडिया और लोगों तक पहुंचने की योजना पर काम कर रही है।
सूत्रों के अनुसार चूकी फैसला आने की संभावना जल्द है। ऐसे में संघ अपने शीर्ष नेताओं को देश में अलग-अलग जगहों पर भेजने की योजना बना रहा है। एक सीनियर आरएसएस कार्यकर्ता ने बताया आने वाले फैसला पर निर्भर होगा कि मोहन भागवत या भैय्याजी जोशी में से कौन देश को संबोधित करता है।
सूत्रों ने बताया कि फैसले के स्वागत के साथ-साथ संघ के नेता देश और समाज में शांति कायम रखने की भी अपील करेंगे। संघ ने पहले ही अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी कर दिया है कि अगर फैसला पक्ष में आता है तो वे जश्न केवल अपने घर और नजदीक के मंदिरों में ही मनाए। साथ ही अगर फैसला उम्मीद के उलट आता है तो भी उन्हें शांत करने के लिए कहा गया है।
सूत्रों के अनुसार राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर फैसला आने के बाद के कदमों पर भी संघ और भारतीय जनता पार्टी के उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा हुई है। इस बैठक में बीजेपी चीफ अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए।
आरएसएस और बीजेपी की को-ऑर्डिनेशन मीटिंग दिल्ली में गुरुवार को हुई। गौरतलब है कि पिछले कुछ चुनाव से अयोध्या में राम मंदिर बीजेपी के सबसे अहम वादों में शामिल रहा है।