नई दिल्ली, 26 अप्रैल: आसाराम के दोषी करार दिए जाने के बाद गुरुवार को उनके बेटे नारायण साईं को रेप केस के मामले में कोर्ट में पेश होना है। गौरतलब है कि सूरत की दो बहनों ने भी आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। सूरत पुलिस ने 6 अक्टूबर 2013 को दो बहनों की शिकायतों पर मामला दर्ज किया था।
इसके बाद से यह मामला गांधीनगर की अदालत में आसाराम के खिलाफ यह मामला चल रहा है। नारायण साईं पर सूरत और अहमदाबाद में अपने आश्रमों के लिए जमीन हड़पने का भी आरोप है। उसी समय उसके समर्थकों को बलात्कार के मामलों में गवाहों को धमकाने के लिए पकड़ा भी गया था। ख़बरों के मुताबिक नारायण साईं की भी पेशी बुधवार को ही होनी थी, लेकिन सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस ने कोर्ट में नारायण साईं को गुरुवार को कोर्ट में पेश करने की गुहार लगाई थी।
जानें नारायण साईं के केस में कब-कब क्या हुआ?
6 अक्टूबर: नारायण साई पर सूरत की दो बहनों यौन शोषण का आरोप लगाया, और इसके खिलाफ सूरत के जहांगीरपुरा थाने में रेप केस दर्ज कराया।
7 अक्टूबर: केस दर्ज होते ही साईं गायब हो गया जिसके बाद उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हुआ।
29 अक्टूबर: इसके बाद साई के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया।
11 नवंबर: सूरत अदालत ने साईं को भगोड़ा घोषित कर दिया। कोर्ट ने मामले में साई को 11 दिसंबर तक सरेंडर करने का आदेश दिया।
11 नवंबर से 21 नवंबर: इस बीच साईं ने जमानत याचिका दायर की।
21 नवंबर: कोर्ट ने साईं की जमानत याचिका खारिज की।
3 दिसंबर: साईं को पीपली गांव के पास से गिरफ्तार किया गया।
26 अप्रैल: आज इस मामले में फैसला आना है।