नई दिल्ली: AAP सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली शराब नीति मामले में संजय सिंह से प्रवर्तन निदेशालय ने लंबी पूछताछ की थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी सुबह-सुबह आप के राज्यसभा सांसद के दिल्ली स्थित घर पहुंचे थे।
दिल्ली में आप सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फरवरी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शराब नीति मामले में केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में आने वाले सिंह नए आप नेता हैं।
इस मामले की जांच कर रही ईडी ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया था कि बिजनेसमैन दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस बैठक में संजय सिंह भी मौजूद थे। ईडी के आरोप पत्र में कहा है कि शराब व्यापारी दिनेश अरोड़ा ने कबूल किया है कि संजय सिंह ने उसके साथ एक बैठक की थी और आम आदमी पार्टी के लिए फंड जुटाने के लिए शराब नीति के माध्यम से फायदा पहुंचाने की बात की थी। संजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने ही दिनेश अरोड़ा को मनीष सिसोदिया और केजरीवाल से मिलवाया था। बिजनेसमैन दिनेश अरोड़ा अब इस मामले में सरकारी गवाह बन चुका है।
हालांकि आप नेताओं ने इसे बदले और बौखलाहट की कार्रवाई बताया है। राघव चड्ढा ने कहा, "पिछले करीब 15 महीनों से भाजपा एक तथाकथित शराब घोटाले की आड़ में हम पर आरोप लगा रही है। पिछले 15 महीनों में 1 हजार जगहों पर ईडी द्वारा छापेमारी कराई गई है। कई अफसर इसमें लगे हुए हैं। 15 महीने बीतने के बाद, लोगों को गिरफ्तार करने के बाद जांच में आज तक किसी एजेंसी को फूटी कौड़ी तक नहीं मिली। अगर कोई घोटाला होता तो न जाने कितनी संपत्ति बरामद होती। ये दिखाता है कि ये राजनीति से प्रेरित है।"
इससे पहले इसी मामले में अप्रैल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई थी। दिल्ली शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया पहले ही जेल में हैं। आप के आरोपों पर बीजेपी का कहना है कि ऐसा क्यों हैं कि जिस मनीष सिसोदिया को आप कट्टर ईमानदार कहते हैं उन्हें 7.5 महीने से ज़मानत नहीं मिली और जेल में हैं। बीजेपी ने केजरीवाल को भी चुनौती देते हुए कहा है कि अरविंद केजरीवाल तुरंत प्रेस वर्ता करें और आरोपी दिनेश आरोड़ा के दावों का खंडन करें जिसमें वह कह रहा है कि आपको 32 लाख रुपए दिए हैं।