लखनऊ: माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के वकील विजय मिश्रा ने एक सनसनीखेज दावा किया है। मिश्रा ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि अतीक अहमद के भाई अशरफ को प्रयागराज से बरेली ले जाने के दौरान, उन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया जहां एक पुलिस अधिकारी ने उनसे कहा, "इस बार बचे हो लेकिन 15 दिन में जेल से निकल के काम तमाम कर देंगे।" हालांकि वकील ने यह भी बताया कि अशरफ ने उस अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा कि अगर हत्या हुई तो एक सीलबंद लिफाफा सुप्रीम कोर्ट और सीएम के पास पहुंचेगा।"
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकार बनकर आए तीन लोगों ने काफी नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनपर यह गोलियां तब चलाई गईं जब पुलिसकर्मी उन्हें प्रयागराज के एक मेडिकल जाँच के लिए कॉलेज ले जा रहे थे।
प्रयागराज में जेल में बंद दोनों भाइयों को हथकड़ी पहनाई गई थी, जब रात करीब 10 बजे कैमरा क्रू के सामने उनकी हत्या कर दी गई। भयावह दृश्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और टेलीविजन चैनलों पर व्यापक रूप से प्रसारित किए गए थे। झांसी में 13 अप्रैल को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अहमद के बेटे असद का अंतिम संस्कार के करीब 12 घंटे बात उनकी हत्या कर दी गई।
प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने कहा कि घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार किए गए तीन हमलावर मीडियाकर्मियों के समूह में शामिल हो गए थे, जो अहमद और अशरफ से साउंड बाइट लेने की कोशिश कर रहे थे।