मिशनरीज ऑफ चैरिटी मामले में नया खुलासा, अनिमा इंदवार ने प्राइवेट पार्ट में छिपाए थे अहम खत
By एस पी सिन्हा | Published: July 15, 2018 05:50 PM2018-07-15T17:50:01+5:302018-07-15T17:50:01+5:30
चार जुलाई को अनिमा इंदवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
रांची, 15 जुलाईः रांची स्थित मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी से संचालित 'निर्मल हृदय आश्रम से बच्चों की बिक्री प्रकरण मामले में जेल से रिमांड पर पूछताछ के लिए कोतवाली थाने लाइ गई अनिमा इंदवार के पास से एक पर्चा बरामद किया गया है। जिसे वह अपने प्राइवेट पार्ट में छुपा कर रखी थी। इस पर्चे में पूरा बयान लिखा है। केस की अनुसंधानकर्ता नीलिमा भेंगरा और कोतवाली इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल की पूछताछ के दौरान उसमें हिचक थी। उन्हें शक होने पर अनुसंधानकर्ता ने सर्च कराया तो उसके पास से पर्चा मिला जिसे वह अप्ने गुप्तांग में छुपा कर रखे थी, पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है।
बता दें कि बीते चार जुलाई को अनिमा इंदवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दूसरे दिन पांच जुलाई को सिस्टर कांसिलिया जेल भेजी गईं थी। पूछताछ में अनिमा इंदवार ने पुलिस को बताया है कि उसे जेल में मुलाकाती के लिए मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सदस्य पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान ही उसे पर्चा दिया गया था। पर्चा देने वालों ने कहा था कि बच्चा बिक्री का आरोप तुम पूरा खुद पर मढ लो। सिस्टर कांसिलिया या अन्य लोगों की भूमिका से मना कर देना। इसके बाद हम तुम्हे बचा लेंगे. पर्चा को गुप्त तरीके से जेल के भीतर घुसाया गया था। पर्चा मिलने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है चूंकि अनिमा ने पर्चा देने वाले के संबंध में जानकारी नहीं दी है।
ऐसे में इस बात की आशंका है कि इसमें बडे लोग शामिल हैं जो जांच को भ्रमित करना चाहते हैं। पुलिस जेल प्रशासन से भी इसकी जांच कराने का आग्रह करेगी। इसमें कानूनी कार्रवाई हो सकती है। यहां उल्लेखनीय है कि बच्चे की बिक्री का मामला सामने आने के बाद सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बीते तीन जुलाई को कोतवाली थाना स्थित एएचटीयू थाना में एफआइआर दर्ज कराई थी।
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इसमें निर्मल हृदय की संचालिका, सिस्टर कांसिलिया, बच्चे को बेचने वाली अनिमा इंदवार, बच्चे की मां, खरीदार सोनभद्र (उत्तरप्रदेश) जिले के ओबरिया निवासी सौरभ अग्रवाल और उनकी पत्नी प्रीति अग्रवाल, सदर अस्पताल की गार्ड मंजू, मोरहाबादी के हरिहर सिंह रोड निवासी दीपधारी देवी, उनके पति ओमेंद्र सिंह, सिमडेगा की दंपती शैलजा तिर्की, उसके पति, सहित 12 को आरोपित बनाया गया था। इस मामले में जैसे-जैसे इसमें शामिल लोगों के नाम सामने आ रहे हैं सभी के नाम केस में जुडते जा रहे हैं। इधर, कोतवाली थाना पुलिस जोनल आइजी नवीन कुमार सिंह के निर्देश के बाद अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
बता दें कि मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी से संचालित 'निर्मल हृदय आश्रम से बच्चों की बिक्री प्रकरण मामले में जेल गई दो अभियुक्तों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। इनमें सिस्टर कांसिलिया और सफाईकर्मी अनिमा इंदवार शामिल हैं। दोनों को पुलिस ने चार दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में अनिमा ने अपना जुर्म स्वीकारते हुए कहा है कि चार बच्चों की बिक्री में उसकी भूमिका रही है। अन्य बच्चों के संबंध में पता नहीं है।
लेकिन सिस्टर कांसिलिया ने पहले दिन की पूछताछ में बिक्री प्रकरण में खुद की संलिप्तता से इनकार कर दिया है। जबकि पूर्व में सिस्टर ने चार बच्चों की बिक्री में अपनी संलिप्तता स्वीकारा था। इसकी वीडियो भी पुलिस के पास मौजूद है। यह वीडियो जेल जाने से पूर्व पुलिस ने पूछताछ के दौरान बनाया था। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार सिस्टर कंसोलिया ने पुलिस के सामने अपना अपराध कबूला है और कहा है कि उसने पैसे लेकर तीन बच्चों को अलग-अलग खरीददारों को बेचा था जिनकी पुलिस बरामदगी कर चुकी है। उसने बताया है कि एक बच्चे को उसने पैसे लिए बिना ही किसी को दिया था। पुलिस चौथे बच्चे का पता लगाने में जुटी है जिसका अब तक पता नहीं चल सका है।
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