उज्जैन: यह वाकया पुलिस के लिए भी नया है और सुनने-पढ़ने वालों के लिए भी। पुलिस किसी को गिरफ्तार करने से पहले माला पहनाए और वो भी एक गरीब और मेहनतकश इंसान को, आमतौर पर ऐसा कहां होता है। लेकिन उज्जैन में ऐसा ही हुआ, जब मुकेश नाम का युवक गिरफ्तारी देने के लिए शहर के नागझिरी थाने में पहुंचा।
यह कहानी इतनी दिलचस्प है कि पूरी पढ़ने के बाद आप भी सोचेंगे, कहीं ऐसा भी होता है! दरअसल, उज्जैन के नागझिरी इलाके के रहने वाले रामचंद्र लोहार के बेटे मुकेश पर साल 2014 में अपने किसी रिश्तेदार के साथ मारपीट का आरोप लगा था।
इस मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ केस भी दर्ज कर ली थी। लेकिन उस वक्त मामला ज्यादा आगे नहीं बढ़ा। इस बीच, मुकेश ने बिहार के सीतामढ़ी जिले की एक युवती के साथ शादी कर ली और फिर सीतामढ़ी में ही बस गया। इधर उज्जैन में दर्ज एफआईआर के मामले में कोर्ट से मुकेश के खिलाफ वारंट जारी हो गया।
उज्जैन पुलिस ने जब मुकेश को गिरफ्तार करने के लिए छानबीन की तो पता चला कि वह अब बिहार में रहता है। मुकेश मूलतः आगर ज़िले के नलखेड़ा का निवासी है।
*पुलिस ने फोन पर दी वारंट की जानकारी*
पुलिस ने किसी तरह मुकेश का मोबाइल नंबर पता करके उसे कॉल किया। पुलिस ने जब मुकेश को बताया कि कोर्ट ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है, तो पहले तो वह घबरा गया। लेकिन पुलिस ने उसे समझाया कि अगर वह यहां आकर खुद पेश हो जाएगा तो मामला जल्दी सुलझ जाएगा।
*1400 किमी साइकिल चलाकर पहुंचा*
पुलिस के समझाने पर उसने उज्जैन आकर समर्पण करने का फैसला किया। लेकिन मुकेश को सीतामढ़ी से उज्जैन आने के किए कोई सीधी ट्रेन या बस नहीं मिली। पैसों की तंगी भी थी। इन हालात में उसने साइकिल से ही उज्जैन आने का मन बनाया और निकल पड़ा। मुकेश को सीतामढ़ी से उज्जैन आने में कुल दो हफ्ते का समय लगा। इस दौरान उसने तकरीबन 1400 किलोमीटर का सफर तय किया।
*पैसे खत्म होने के बाद तीन दिन की मजदूरी*
साइकिल से उज्जैन आते वक्त मुकेश के पैसे भी खत्म हो गए। इसके बाद उसने कई दिनों तक रास्ते में रुककर मजदूरी की। जब कुछ रुपये जमा हो गए तो वह फिर से उज्जैन के लिए रवाना हुआ। आखिरकार गुरुवार को वह जब उज्जैन के नागझिरी थाने पहुंचा तो पुलिसकर्मी उसे देखकर हैरान रह गए। उसकी पूरी आपबीती सुनने के बाद पुलिसकर्मी इतने प्रभावित हुए कि फूलों का हार पहनाकर उसका अभिनंदन किया और उसके साथ तस्वीरें भी खिंचवाई।
फिलहाल उसे कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया था।नागझिरी थाना प्रभारी संजय वर्मा ने बताया कि वाकई एक आरोपी का कानून के प्रति सम्मान और विश्वास प्रेरणा देने वाला है। जब मुकेश को स्थायी वारंट की सूचना दी और समझाया तो उसने बगैर किसी बहाने हाजिर होने का वादा किया और वह आश्चर्यजनक ढंग से 1400 किमी का सफर तय कर दो सप्ताह में थाना में पहुंच गया।
उसकी इस निष्ठा को देख हमने उसका पुष्प माला पहनाकर सम्मान किया। मुकेश की जमानत हो गई है और प्रकरण का भी निदान हो गया है।