जयपुरः कोराना वायरस के मद्देनजर देश को तीन मई तक के लिए लॉकडाउन किया गया है। इस बीच राजस्थान के कोटा में कई राज्यों के छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें से कई राज्य सरकारों ने बसों के जरिए अपने छात्रों को वापस बुला लिया है। वहीं, बिहार के छात्र लगातार घर जाने की मांग कर प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते दिन हुए प्रदर्शन को लेकर एक मामला दर्ज किया गया है।
कोटा के एसआई मोहन लाल ने बताया है कि कल (27 अप्रैल) लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए कोटा में बिहार के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है। छात्रों की मांग थी कि सभी राज्यों के छात्र यहां से चले गए हैं लेकिन बिहार सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है।
इससे पहले लॉकडाउन के बाद से कोटा में फंसे बिहार के 1200 से अधिक छात्रों ने गुरुवार को अपने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने अपील लिखीं तख्तियां हाथों में लेकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मौन प्रदर्शन भी किया था।
कोरोना वायरस पर आयोजित प्रधानमंत्री के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नीतीश ने कहा कि राजस्थान के कोटा में कोचिंग संस्थान में बिहार के छात्र भी बड़ी संख्या में पढ़ते हैं। गृह मंत्रालय द्वारा जारी 'सेंट्रल डिजास्टर एक्ट' के अनुसार अंतरराज्यीय आवागमन पर प्रतिबंध है, जब तक नियमों में संशोधन नहीं होगा तब तक किसी को भी वापस बुलाना नियम संगत नहीं है, केन्द्र सरकार इसके लिये आवश्यक दिशा निर्देश जारी करे। हम इस संबंध में केंद्र के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। कोटा ही नहीं देश के अन्य हिस्सों में भी बिहार के विद्यार्थी पढ़ते हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, असम और महाराष्ट्र समेत कुछ अन्य राज्य लॉकडाउन के बीच विशेष बसों के जरिये कोटा से अपने छात्रों को वापस बुला चुके हैं।