नयी दिल्ली, 23 नवंबर पल्ला में भूजल पुनर्भरण के लिए दिल्ली सरकार की पायलट परियोजना के तीसरे और अंतिम वर्ष में भूजल स्तर में 2.5 मीटर तक की उच्चतम वृद्धि दर्ज की गई है। इसका मुख्य कारण इस साल हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश है।
अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली हरियाणा सीमा के पास शहर के उत्तरी हिस्से में स्थित क्षेत्र में 2019 में भूजल का स्तर 1.3 मीटर और 2020 में दो मीटर तक बढ़ा था।
एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि तीन साल की पायलट परियोजना पूरी हो गई है। इस योजना में मॉनसून के दौरान डूब क्षेत्र में सतही जलाशयों में यमुना के अतिरिक्त पानी को रोकना शामिल था। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अच्छे नतीजे मिले हैं ।
पल्ला पायलट परियोजना शहर की जलापूर्ति बढ़ाने के दिल्ली सरकार के प्रयास का एक हिस्सा है।
अधिकारी ने कहा “ हमने इस वर्ष भूजल स्तर में 0.5 से 2.5 मीटर की वृद्धि दर्ज की है जो पूरी परियोजना अवधि में सबसे ज्यादा है। निश्चित रूप से अधिक बारिश ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।”
परियोजना रिपोर्ट एक सप्ताह में राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा नियुक्त समिति, केंद्र और दिल्ली सरकार को सौंपी जाएगी। वरिष्ठ वैज्ञानिक परिणामों का विश्लेषण करेंगे।
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