धरना प्रदर्शन के नाम पर उगाही और पुलिस पर हमला करने के आरोप में 15 गिरफ्तार
By भाषा | Published: August 25, 2021 04:57 PM2021-08-25T16:57:47+5:302021-08-25T16:57:47+5:30
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ पुलिस ने दलित उत्पीड़न के नाम पर धरना, प्रदर्शन एवं अनशन करने और पुलिस तथा प्रशासन पर दबाव बनाकर धरना समाप्त कराने के नाम 20 लाख रुपये नकद और मंहगी गाड़ी की मांग करने और पुलिस पर हमला करने के आरोप में आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता समेत 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बुधवार को यहां एक ऑडियो क्लिप जारी कर दावा किया कि आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान ने दलित उत्पीड़न के नाम पर धरना, प्रदर्शन और अनशन करने तथा पुलिस एवं प्रशासन पर दबाव बनाकर धरना समाप्त कराने के एवज में 20 लाख रुपये नकद और मंहगी गाड़ी की मांग की है । उन्होंने बताया कि गंभीरपुर थाने के रानीपुर रजमों पहिलेपुर गांव में एहसान खान और धर्मवीर भारती के नेतृत्व में 14 अगस्त से ही सैकड़ों की संख्या में लोग पहिलेपुर गांव में बिना अनुमति धरना प्रदर्शन कर रहे थे और दो दिनों बाद ही धरने को आमरण अनशन में तब्दील कर दिया। उन्होंने बताया कि मंगलवार को पुलिस टीम बिना अनुमति चल रहे धरना प्रदर्शन को खत्म कराने पहुंची तो वहां मंच पर एहसान खान, धर्मवीर भारती समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे और पुलिस के पहुंचते ही धरनारत लोगों ने बल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने एहसान खान एवं धर्मवीर भारती को गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो लोग उग्र हो गए और पुलिस टीम पर हमला बोल दिया, पुलिस ने मौके से 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया जिले के विभिन्न थानें में धरना के दौरान एहसान पर लोगों को भड़का पुलिस पर हमला कराने, राष्ट्रद्रोह समेत कुल 22 मुकदमे पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि खान रानीपुर रजमों दलित उत्पीड़न का आरोप लगाकर अपने अपराधी प्रवृत्ति के साथियों साथ धरना कर रहा था और यह लगातार लोगों को बहकाकर धरना कराता लेकिन उसमें इसके साथी अधिक व गांव के लोग नाममात्र की संख्या में मौजूद रहते थे। पुलिस अधीक्षक ने बाकायदा एहसान खान का आडियो जारी किया, जिसमें वह धरना समाप्त करने के लिए बीस लाख रूपये और महंगी गाड़ी की मांग कर रहा है। उन्होंने बताया कि इसके पहले भी एहसान खान रौनापार थाना छेत्र के पलिया गांव में धरना किया और धरना समाप्त करने के नाम पर पुलिस व प्रशासन को ब्लैकमेल कर रहा था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।